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सरगुजा ऑपरेशन सायबर क्लीन…200 से अधिक ठगी के मामलों में शामिल शातिर गिरोह का भंडाफोड़… हजारो अनाधिकृत अंतरण एवं फर्जी सिम, बैंक खाता पासबुक सहित एजेंसियों के नाम के फर्जी दस्तावेज बरामद… 05 दिनो में दूसरे बड़े अंतरर्राजीय गिरोह को पकड़ने में मिली सफलता…

200 से अधिक ठगी के मामलों में शामिल शातिर गिरोह का भंडाफोड़… हजारो अनाधिकृत अंतरण एवं फर्जी सिम, बैंक खाता पासबुक सहित एजेंसियों के नाम के फर्जी दस्तावेज बरामद05 दिनो में दूसरे बड़े अंतरर्राजीय गिरोह को पकड़ने में मिली सफलता…

विभिन्न कंपनियों की एजेंसियों के अधिकृत नाम एवं वेबसाईट का दुरूपयोग कर करते थे ठगीझारखण्ड के दो शातिर अंतरर्राजीय अरोपियों को पकड़ने में मिली सफलताहजारो अनाधिकृत अंतरण एवं फर्जी सिम, बैंक खाता पासबुक सहित एजेंसियों के नाम के फर्जी दस्तावेज बरामद

अलग-अलग राज्यों में 07 दिनो तक लगातार कैंप करने से मिली सफलताअम्बिकापुर के एक युवक से 1381800 रूपये की हुई थी ठगी…. लेंसकार्ट का फ्रेंचाईजी दिलाने के नाम पर की गई थी ठगी

सरगुजा पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर लगातार पेंडिंग अपराधों पर श्रीमती भावना गुप्ता के निर्देशन पर की जा रही लगातार गिरफ्तारी…

सरगुजा, जून 22/2022

अंबिकापुर निवासी प्रणय शेखर घोष ने 26 मई को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि 26 अप्रैल से 04 मई के बीच के बीच अज्ञात व्यक्ति के द्वारा ऑनलाईन धोखाधड़ी करते हुए लेंसकार्ट के शो रूम खुलवाने के नाम पर उनसे करीब 13 लाख 38 हजार रूपये की ठगी कर ली गयी है। जिसकी रिपोर्ट पर थाना अम्बिकापुर में अप0 क्र0 426/2022 धारा 420, 34 भा.द.वि. 66डी आई.टी.एक्ट दर्ज कर विवेचना में लिया गया। सरगुजा एसपी भावना गुप्ता द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव से मार्गदर्शन प्राप्त कर प्रकरण में आरोपियों की जानकारी जुटा कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिस पर प्रकरण की जांच सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान को सौंपी गई। जांच पर समस्त तकनीक पहलुओं एवं घटना के समस्त भाग का गहन विवेचना किया गया। आरोपियों के द्वारा उपयोग किये गए विभिन्न बैंक खातो, वालेट,पेमेंट गेटवे, एप्प, वेबसाइट, फर्जी दस्तावेज की समस्त जानकारी एकत्र की गई, तकनीकी विवेचना पर नवीन अनुसंधान के तरीके अपना कर ठगी की राशि व आहरण करने वाले सहित अन्य आरोपी के विरूद्ध पर्याप्त तकनीकी व सुसंगत साक्ष्य एकत्र किये गए। पुलिस अधीक्षक सरगुजा भावना गुप्ता के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला व नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश कौशिक के मार्गदर्शन में जिला सायबर सेल एवं थाना अम्बिकापुर की संयुक्त टीम बनाई गई।निरीक्षक कलीम खान एवं उप निरीक्षक रूपेश नारंग के नेतृत्व आपरेशन सायबर क्लीन टीम का गठन किया गया टीम द्वारा समस्त तकनिकी पहलुओं से प्राप्त जानकारी के तहत कार्यवाही की गई ।

7 दिन कैम्प कर आरोपियों के ठिकानों में दबिश

टीम के द्वारा जो बिहार में अग्निपथ योजनो के विरोघ में प्रदर्शन एवं 14 राज्यों में मोबाईल एवं इन्टरनेट सेवाएं बाधित होने के बावजूद भी पुलिस टीम द्वारा नालंदा बिहार, देवघर झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, कोलकाता में लगातार 7 दिन कैंप कर आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दिया गया एवं अपने घर से फरार आरोपी को पुलिस टीम द्वारा स्थानीय वेश भूषा धारण कर करीब 500 कि.मी. तक पीछा करते हुए पकड़ने में सफलता प्राप्त की।

गिरफ्तार आरोपी
01 आयुष राज पिता विजय कुमार निवासी ग्राम नोआवां थाना अस्थावां जिला नालंदा बिहार। 02 अमरजीत कुमार पिता लालो प्रसाद निवासी ग्राम भिखनी बिगहा थाना सारे जिला नालंदा बिहार, हा.मु. किराये का मकान बिहार शरीफ जिला नालंदा बिहार का बताया।

फर्जी वेबसाइट बना देते थे अपराध को अंजाम …

गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि फर्जी वेबसाईट तैयार कर एवम गूगल में पोस्ट एडिट कर जानकारी ,अपलोड कर तथा फेसबुक एवं गूगल ऐड के माध्यम से फर्जी जानकारी देकर लोगों को प्रलोभन देकर लोगो को मोबाईल पर कॉल कर लोगों के बैंक खाते से संबंधित जानकारी प्राप्त कर इन्टरनेट बैंकिंग का उपयोग कर धोखाधड़ी करते है।
आरोपियों द्वारा घटना के संबंध में पूछताछ करने पर अपराध करना स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया गया है जिनके कब्जे से नगदी 252000 रूपये, व घटना में प्रयुक्त कम्युटर सेट, लैप्टॉप, 15 नग मोबाईल, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, लेमिनेशन मशीन, वेब कैमरा इत्यादि सामान बरामद किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जाता है। आरोपियों द्वारा विभिन्न कंपनियों के वेबसाईट एवं गूगल ऐड में फर्जी जानकारी एवं सोशल मीडिया में ऐड डालकर जालसाजी से लोगों को ठगा करते थे।

ठगी से बचने सरगुजा पुलिस की अपील… इन निम्न निर्देशो का करे पालन…

  1. किसी भी कंपनी में ऑनलाईन ट्रांजेक्शन करने से पहले कंपनी के अधिकृत वेबसाईट से जानकारी प्राप्त करें
  2. राशि के भुगतान से पूर्व संबंधित कंपनी के लोकल ऑफिस से कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ अवश्य जानकारी एकत्र करें।
  3. जिसमें पैसा भेजना है उस खाते के संबंध में संबंधित बैंक से जानकारी प्राप्त करें।
  4. संबंधित मोबाईल नम्बर को ट्रू-कॉलर एवं गूगल में सर्च कर ले जो कि स्पैम नम्बर या फ्रॉड नम्बर प्रदर्शित हो जाते हैं।
  5. किसी भी व्यक्ति को फोन या व्हाटसैप पर अपना आधार, पैन, इत्यादि दस्तावेज ना भेजें।
  6. फोन पर की गई बात-चीत के आधार पर ही राशि का भुगतान ना करें।
  7. किसी भी प्रचार प्रसार, प्रलोभन, में आकर राशि का भुगतान ना करें।

पूरी कार्यवाही में टीम सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान ,थाना प्रभारी अम्बिकापुर भारद्वाज सिंह निरीक्षक विजय प्रताप सिंह,थाना प्रभारी सीतापुर उनि रूपेश नारंग, सायबर सेल से प्र.आर. सुधीर सिंह, भोजराज पासवान, कुंदन सिंह, अनुज जायसवाल, मनीष सिंह, अंशुल शर्मा, आलोक गुप्ता, अभिषेक राठौर, शिव राजवाड़े, जितेश साहु, विरेन्द्र पैकरा, सुयश सिंह, स्मिता रागिनी मिंज, रमेश राजवाड़े, अशोक यादव, लालदेव पैकरा, विकाश मिश्रा प्रवीण सिंह इत्यादि की सक्रिय भूमिका रही।

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