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“बेलतरा में लोकतंत्र की लूट! कांग्रेस बोली — भाजपा ने मतदाता सूची में हेराफेरी की” फर्जी नाम, मृत मतदाता और गायब वोट — बेलतरा में कैसे पलटा चुनावी समीकरण” जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी का आरोप — मतदाता सूची में धांधली के चौंकाने वाले सबूत

बिलासपुर, अक्टूबर, 31/2025

“बेलतरा में लोकतंत्र की लूट! कांग्रेस बोली — भाजपा ने मतदाता सूची में हेराफेरी की”

फर्जी नाम, मृत मतदाता और गायब वोट — बेलतरा में कैसे पलटा चुनावी समीकरण”

जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी का आरोप — मतदाता सूची में धांधली के चौंकाने वाले सबूत

वोट चोरी कर जीती भाजपा ने बेलतरा सीट : कांग्रेस 

बिलासपुर। कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने भाजपा पर बेलतरा विधानसभा चुनाव में वोट चोरी और मतदाता सूची में हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने सुनियोजित साजिश और चुनाव आयोग की मिलीभगत से जनता का जनादेश चुरा लिया। शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में केशरवानी ने दावा किया कि मतदाता सूची की प्रारंभिक जांच और भौतिक सत्यापन में बड़े पैमाने पर इलेक्टोरल फ्रॉड के सबूत मिले हैं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के खुलासे के बाद बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस द्वारा कराई गई जमीनी जांच से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। भाजपा ने क्षेत्र के मतदाताओं की पहचान पत्र (आईडी) को गलत तरीके से एकत्र कर, उन्हीं का उपयोग मतदाता सूची से नाम कटवाने में किया।

“यह भाजपा की सोची-समझी साजिश थी। कांग्रेस के मजबूत बूथों पर मतदाताओं के नाम योजनाबद्ध तरीके से हटाए गए ताकि भाजपा को कृत्रिम बढ़त मिल सके,”  विजय केशरवानी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष।

चुनाव आयोग पर मिलीभगत का आरोप

केशरवानी ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया में किसी भी भौतिक या दस्तावेजी सत्यापन की आवश्यकता नहीं रखी गई थी। राहुल गांधी के खुलासे के बाद ही आयोग ने बिना सत्यापन ऑनलाइन नाम काटने की प्रक्रिया पर रोक लगाई, लेकिन तब तक बेलतरा सहित कई क्षेत्रों में भारी गड़बड़ी की जा चुकी थी।

उन्होंने कहा, “2023 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रभाव वाले बूथों से मतदाताओं के नाम हटाए गए। कई ऐसे लोग जिनका स्थायी निवास वर्षों से वहीं है, उन्हें ‘स्थानांतरित’ या ‘Deleted’ बताकर सूची से बाहर कर दिया गया।”

प्रारंभिक जांच में सामने आईं गड़बड़ियाँ

कांग्रेस की जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं:

1️⃣ 51 मतदाता 100 वर्ष से अधिक आयु के दर्ज, जिनमें 7 की मृत्यु पहले ही हो चुकी है।

2️⃣ 40 मतदाताओं के नाम “स्थानांतरित” बताए गए, जबकि वे उसी बूथ में निवासरत हैं।

3️⃣ 8 मतदाताओं के नाम 2 से 3 अलग-अलग बूथों में दर्ज हैं।

4️⃣ 10 प्रविष्टियाँ अपूर्ण या संदिग्ध, जिनमें नाम और पिता/पति का नाम अधूरा है।

5️⃣ बूथ क्रमांक 135 (कोनी शहरी क्षेत्र) में भारी अनियमितता —

490 मतदाताओं के मकान नंबर गलत

31 के मकान नंबर शून्य

350 के मकान नंबर ही नहीं

109 मतदाताओं के मकान नंबर की जगह सिर्फ मोहल्ले का नाम लिखा गया

गले में माला पहने राधेलाल खरे जो जीवित है 

सबसे गंभीर मामला राधेलाल खरे (उम्र 74) का है, जो जीवित हैं, लेकिन मतदाता सूची में “मृत” घोषित कर नाम डिलीट कर दिया गया है।

 

बूथ संख्या 135 का चुनावी विश्लेषण:

2018 विधानसभा चुनाव: कांग्रेस 256 वोट, भाजपा 142 — कांग्रेस आगे 114 वोट से

2023 विधानसभा चुनाव: कांग्रेस 305 वोट, भाजपा 268 — अंतर घटकर 37 वोट

2024 लोकसभा चुनाव: कांग्रेस 310 वोट, भाजपा 290 — अंतर केवल 20 वोट

यह पैटर्न साफ़ दिखाता है कि कांग्रेस के पारंपरिक बूथों में वोट कटे और फर्जी मतदाता जोड़े गए, जिससे भाजपा को लाभ मिला।

अविश्वसनीय आयु और फर्जी प्रविष्टियाँ

भाग संख्या 135 में गंगा यादव (उम्र 121 वर्ष) नाम की मतदाता प्रविष्टि पाई गई — जो स्पष्ट रूप से फर्जी है।

कई मतदाताओं के नाम अपूर्ण — जैसे “आ-धीवर”, “-चौहान” आदि।

केशरवानी ने कहा, “ऐसी प्रविष्टियाँ मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि मतदाता सूची में जानबूझकर हेरफेर की गई।

SIR प्रणाली पर भी कांग्रेस का विरोध

विजय केशरवानी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहले ही SIR प्रणाली (Systematic Information Review) का विरोध कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “यह प्रक्रिया चुनावों में हेराफेरी का नया माध्यम है। बिहार में इसी प्रणाली का दुरुपयोग हुआ था। यदि यही तरीका पूरे देश में लागू हुआ, तो यह लोकतंत्र का सीधा अपमान होगा।”

कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर SIR प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई, तो राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।

बोट चोर गद्दी छोड़ो अभियान जारी

कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग द्वारा अब तक काटे गए नामों की सूची उपलब्ध नहीं कराई गई है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा साबूत छिपाने का प्रयास कर रही है। केशरवानी ने कहा

“जब तक बेलतरा की वोट चोरी कीसच्चाई उजागर नहीं होगी, तब तक ‘बोट चोर गद्दी छोड़ो’ हस्ताक्षर अभियान जारी रहेगा।”

 

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor
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