• Sat. Jul 27th, 2024

News look.in

नज़र हर खबर पर

लोकनायक जेपी जिन्होंने इंदिरा की नीतियों के खिलाफ खड़ा किया ऐसा आंदोलन,

जेपी की इंदिरा को चिट्ठी गोडसे गांधी को गद्दार समझता था, आरएसएस मुझे,

भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और जननेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) की 11 अक्टूबर को 117वीं जयंती है। उनका जन्म 11 अक्टूबर, 1902 को बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा गांव में हुआ था। उन्होंने इंदिरा गांधी की नीतियों के विरोध में ऐसा आंदोलन खड़ा किया, जिससे देश की राजनीति ही बदल गई थी।

जेपी के इस आंदोलन में आरएसएस के लोग भी बकायदा शामिल थे, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब जेपी ने इंदिरा गांधी को खत लिखकर कहा कि आरएसएस मुझे उसी तरह का गद्दार समझता है जिस तरह से नाथूराम गोडसे महात्मा गांधी को गद्दार समझता था।

लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने इंदिरा गांधी को कश्मीर मुद्दे पर पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने इंदिरा गांधी से शेख अब्दुलाह की रिहाई के संबंध में कश्मीर समस्या का जिक्र करते हुए कहा था, ‘मैं ये भी नहीं सोचता हूं कि वे (कश्मीरी) देश के गद्दार हैं। नाथूराम गोडसे ने सोचा था कि गांधी जी गद्दार थे। आरएसएस समझता है कि जयप्रकाश गद्दार हैं। गोडसे एक व्यक्ति था, जबकि आरएसएस एक निजी संगठन है।’

उन्होंने आगे जिक्र करते हुए कहा कि एक लोकतांत्रिक सरकार लोगों का प्रतिनिधित्व करती है और इसके कुछ सिद्धांत होते हैं, जिसके अनुरूप वह कार्य करती है। भारत सरकार किसी को गद्दार नहीं करार दे सकती, जब तक पूरी कानूनी प्रक्रिया से ये साबित न हो जाए कि वह गद्दार है। अगर सरकार ऐसा करने में अपने को असमर्थ पाती है, तब डीआईआर का प्रयोग करना और लगातार प्रयोग करना कायरतापूर्ण है, उस समय भी जब देश की सुरक्षा को कोई खतरा महसूस न हो।

जय प्रकाश नारायण लिखते हैं कि कश्मीर ने दुनिया भर में भारत की छवि को जितना धूमिल किया है, उतना किसी और मसले ने नहीं किया है। रूस समेत दुनिया का कोई ऐसा देश नहीं है, जो हमारी कश्मीर संबंधी नीतियों की तारीफ करता हो, यद्यपि उनमें से कुछ देश अपने कुछ वाजिब कारणों से हमें समर्थन देते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *