• Mon. Feb 17th, 2025

News look.in

नज़र हर खबर पर

नायब तहसीलदार v/s टीआई विवाद : एक मजिस्ट्रेट (नायब तहसीलदार) न्याय पाने खुद अपने विभाग का चक्कर लगाने मजबूर…

बिलासपुर, दिसंबर, 31/2024

नायब तहसीलदार v/s टीआई विवाद : एक मजिस्ट्रेट (नायब तहसीलदार) न्याय पाने खुद अपने विभाग का चक्कर लगाने मजबूर…

एक मजिस्ट्रेट (नायब तहसीलदार) और थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग के विवाद मामले में थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने और झूठी रिपोर्ट से परेशान खुद एक मजिस्ट्रेट विभागीय चक्कर काटने पर मजबूर है। सवाल तो यह है कि खुद एक मजिस्ट्रेट को न्याय नहीं मिल रहा तो सोचने वाली बात उन आम जनता की है उन्हें न्याय पाने कितनी मशक्कत करनी पड़ती होगी। दरअसल बस्तर के मजिस्ट्रेट (नायब तहसीलदार) पुष्पराज मिश्रा 17 नवम्बर की रात अपनी बीमार मां से मिलने बिलासपुर पहुंचे थे। सरकंडा के अशोक नगर के पास देर रात सरकंडा पुलिस की गश्त टीम नायब तहसीलदार पुष्पराज, उनके इंजिनियर भाई और रिटायर्ड पिता को रोककर पूछताछ के नाम पर जबरिया सरकंडा थाना ले गई।

पुष्पराज मिश्रा  (पीड़ित नायब तहसीलदार)

पुष्पराज द्वारा थाना लाए जाने का कारण पूछा गया तो थाना प्रभारी के आने की बात कहीं गई। इस पर नायब तहसीलदार मिश्रा ने थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग को फोन लगाकर थाना लाने का कारण पूछा और अपना परिचय दिया। नायब तहसीलदार के मुताबिक थाना प्रभारी ने उनसे पहले फोन पर बत्तमीज की फिर थाने आकर उनके साथ धक्का मुक्की की जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया। इसके बाद पुलिस ने उलटा नायब तहसीलदार, उनके इंजिनियर भाई और पिता के विरुद्ध मामला दर्ज कर दिया गया। दूसरे ही दिन नायब तहसीलदार और उनके इंजिनियर भाई समेत तहसीलदार संघ ने कलेक्टर अवनीश शरण को पूरी आपबीती सुनाई और थाना प्रभारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के साथ ही अपने ऊपर दर्ज मामले को खत्म करने की मांग की। कुछ दिन बाद थाना प्रभारी को लाइन अटैच तो कर दिया गया पर उन पर कड़ी कार्रवाई आज तक नहीं हुई और ना ही नायब तहसीलदार के विरुद्ध दर्ज मामले को खत्म नहीं किया गया। इससे परेशान नायब तहसीलदार और उनके इंजीनियर भाई एक महीने से अपने ही विभाग के चक्कर काटने पर मजबूर है।

पुष्पेंद्र मिश्रा (पीड़ित नायब तहसीलदार के इंजीनियर भाई)

 

 नायब तहसीलदार के साथ धक्का मुक्की का वीडियो 

 

Author Profile

Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

You missed