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पोस्टर विवाद में कांग्रेस नेताओं पर FIR पर बवाल,,, विरोध में कांग्रेसियों का थाना में हल्ला बोल,,, नेताओं ने दी सामूहिक गिरफ्तारी…

बिलासपुर, दिसंबर, 02/2025

पोस्टर विवाद में कांग्रेस नेताओं पर FIR पर बवाल,,, विरोध में कांग्रेसियों का थाना में हल्ला बोल,,, नेताओं ने दी सामूहिक गिरफ्तारी…

बिलासपुर। कलेक्ट्रेट घेराव से शुरू हुआ राजनीतिक टकराव अब सिविल लाइन थाना तक पहुंच गया है। पोस्टर विवाद में कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर दर्ज होने के बाद बुधवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सिविल लाइन थाने में उमड़ पड़े और जोरदार प्रदर्शन करते हुए सामूहिक गिरफ्तारी दी। इससे पहले भाजपा युवा मोर्चा ने कांग्रेस प्रदर्शनकारियों पर संवैधानिक पद का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।

एफआईआर के खिलाफ कांग्रेस का थाने मे हल्ला बोल…

कांग्रेस के तत्कालीन जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, सद्दाफ खान व अन्य पर दर्ज एफआईआर को कांग्रेस ने “लोकतंत्र पर हमला” बताते हुए सिविल लाइन थाना पहुंचकर गिरफ्तारी दी। पुलिस ने चार कांग्रेस नेताओं को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया और बाद में मुचलके पर रिहा कर दिया। कांग्रेस का आरोप है कि बिजली, पानी, रजिस्ट्री की नई गाइडलाइन और धान खरीदी में अव्यवस्था को लेकर बीते दिन हुआ कलेक्ट्रेट घेराव पूरी तरह लोकतांत्रिक तरीके से किया गया था, लेकिन भाजपा दबाव में पुलिस ने झूठे आरोपों में नेताओं पर मामला दर्ज कर लिया।

जानिए पूरा मामला: नेहरू चौक से उठी चिंगारी…

27 नवंबर को कांग्रेस ने नेहरू चौक में बड़ा धरना-प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने चौक को घेरते हुए मार्ग अवरुद्ध कर दिया, जिससे आमजन को परेशानी हुई। इसी बीच एक प्रदर्शनकारी सद्दाफ खान द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पोस्टर के साथ कथित दुर्व्यवहार का वीडियो सामने आया, जिसके बाद भाजपा युवा मोर्चा आक्रामक हो गया। युवा मोर्चा सदस्यों ने थाने पहुंचे और आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री के पोस्टर का अपमान संवैधानिक पद का अनादर है। इसी आधार पर पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ धारा 190, 191(2), 126(2) और 352 के तहत एफआईआर दर्ज की।

गिरफ्तारी के बाद भी जारी राजनीतिक घमासान…

कांग्रेस ने कहा कि सरकार विरोधी आवाज उठाने वालों पर मुकदमें दर्ज कर डराने की कोशिश की जा रही है, जबकि भाजपा इसे “कानून-व्यवस्था के खिलाफ कृत्य पर कार्रवाई” बता रही है। दोनों दलों के आमने-सामने आने के बाद शहर का राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ गया है। थाने में कांग्रेसियों की भीड़ और गिरफ्तारी की घटना के बाद यह साफ है कि मामला जल्द थमने वाला नहीं है, यह मुकाबला अब सड़क से लेकर कानूनी लड़ाई तक पहुंच चुका है।

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor