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जंगल,पर्यावरण तथा अन्य सामाजिक सरोकारों से लोगों को जोड़ने के उद्देश्य सक्रिय संस्था ‘जंगल मितान’ का अनेक स्थानों पर अध्ययन और ट्रेकिंग अभियानों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन…

जंगल,पर्यावरण तथा अन्य सामाजिक सरोकारों से लोगों को जोड़ने के उद्देश्य सक्रिय संस्था ‘जंगल मितान’ का अनेक स्थानों पर अध्ययन और ट्रेकिंग अभियानों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन…

बिलासपुर, मई, 22/2022

रविवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में जंगल मितान कल्याण समिति के अध्यक्ष अखिलेश चंद्र प्रदीप बाजपेई,पर्यावरण विद विवेक जोगलेकर,साहित्यकार डॉ अजय पाठक,अनिरुद्ध बगे सहित अन्य जुड़े सदस्यों ने पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने बताया कि जंगल,पर्यावरण तथा अन्य सामाजिक सरोकारों से लोगों को जोड़ने के उद्देश्य से पिछले दो दशक से सक्रिय संस्था ‘जंगल मितान’ द्वारा प्रदेश के विभिन्न अंचल में अनेक स्थानों पर अध्ययन और ट्रेकिंग अभियानों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें सभी आयु वर्ग के लोगों विशेषकर युवा वर्ग ने अपनी उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज कराई है।

इसी तारतम्य में ‘जंगल मितान’ द्वारा ‘हम बिलासपुर हमर धरोहर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बिलासपुर नगर के ऐतिहासिक महत्व के भवन, धार्मिक स्थलों और प्राचीन इमारतों के विषय में प्रत्यक्ष रूप से वहां पहुंचकर विशेष जानकारी रखने वाले विशेषज्ञ लोगों द्वारा और अधिक जानकारी प्राप्त करेगें। इस सिलसिले में नगर के ऐसे ख्यातलब्ध लोगों से प्रत्यक्ष मुलाकात कर उनसे व्यक्तिगत संवाद किया जायेगा, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर नगर को गौरवान्वित किया है। सभी प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से ऐसी विभूतियों से उनके आवास पर ही भेंट करेगें और उनसे प्रेरणा प्राप्त करेगें। ‘जंगल मितान’ के अध्यक्ष अखिलेश चंद्र प्रदीप बाजपेयी द्वारा बताया गया कि, ‘जंगल मितान’ द्वारा ‘प्रकृति की आवाज’ अभियान के तहत ग्रीष्मकालीन ट्रेकिंग का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी जंगल में ट्रेकिंग करते हुए प्रकृति के सौंदर्य और पशु पक्षियों की दिनचर्या को करीब से देखेंगे। इस दौरान सभी लोग जंगल मितान परिसर में खुले आसमान के नीचे रात बितायेगें और संध्या और प्रातः को जंगल के नैसर्गिक सौंदर्य का अनुभव करेगें।साथ ही साथ 20 मिनट मौन रहकर प्रकृति की आवाज सुनेंगे।

श्री बाजपेयी द्वारा आगे यह भी बताया गया कि इच्छुक प्रतिभागियों को जल्द ही प्रदेश के सभी अभ्यारण्यों में शैक्षिक भ्रमण कराये जाने की योजना है, जिसमें उनके साथ उपस्थित विषय विशेषज्ञ स्वयं उपस्थित रहकर जंगल और पर्यावरण संबंधी बारीकियों को समझायेंगें।

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

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