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50 से अधिक गायों की दर्दनाक मौत ,, मेड़पार के अस्थाई गौठान बने पंचायत भवन के जर्जर अंधेरे कमरे में बंद कर रखा गया था करीब 100 मवेशियों को ,,

बिलासपुर // हिर्री थाना क्षेत्र के ग्राम मेड़पार बाजार में पंचायत प्रतिनिधियों ने मिल कर गांव के 70 से अधिक गायों को एक अंधेरे कमरे में बंद रखा जिससे लगभग 70 गायों की मौत होने की जानकारी मिली है। इस खबर से प्रशासन के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं।अभी 4 दिन पहले ही 20 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा अपनी महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की थी इस योजना का असल मकसद ही गायों की सेवा करना है। उन्हें लावारिस हालत में ना छोड़कर गौठान में चारा पानी तथा स्वास्थ्य कर माहौल में उनकी परवरिश करना है। इस खबर को लेकर अभी तक प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है। वहीं इसकी वजह कितनी गायों की एक साथ मौत कैसे हो। यह वास्तव में गंभीर बात है और प्रशासन को इसकी था तब जाकर पूरे मामले की जांच करनी चाहिए ।

मेडपारा 24 जुलाई की शाम को छोटे से पंचायत भवन में 50 से अधिक गायों और बैलों को एक साथ बंद कर दिया कुछ घंटों बाद आज 25 जुलाई कि सुबह 7 बजे मृत मिले सभी गाय बैल ….

मेडपार में 40 से 50 गाय और बछड़े तथा बैलों की मौत की दर्दनाक खबर से पूरा इलाका सन्न हो गया है। तखतपुर तहसील और हिर्री थाना (तथा पोस्ट सागर ) में आने वाले इस गांव के लोग हतप्रभ हैं। मौके पर लोगों की भीड़ लगी हुई है।जो समय बीतने के साथ बढ़ती जा रही है । लोगों की समझ में नहीं आ रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में मवेशियों को पंचायत भवन के जर्जर कमरे में किसने बंद किया।

इन सभी मवेशियों की मौत की असली वजह भी अभी तक पता नहीं चल पाई है। जानकारी मिल रही है कि जो 40 से 50 मवेशी मर चुके हैं। उनके अलावा भी अन्य 10-12 और गाय,बैल व बछड़े अभी भी मरणासन्न हालत में पंचायत भवन के आसपास यहां-वहां पड़े हुए हैं। प्रशासन को तत्काल वहां पहुंचकर इस मामले की तफ्तीश करनी चाहिए। साथ ही इसमें दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की पहल करनी चाहिए।एक साथ इतनी बड़ी संख्या में गायों बैलों और बछड़ों की मौत बिलासपुर जिले के लिए बहुत ही शर्मनाक घटना है। इसका सच जितनी जल्दी हो सामने आना ही चाहिए ।

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

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