डीएफओ के खिलाफ रेंजर पहुंचा थाने में… 12 हजार मालिश के तो राशन के 90 हजार नही दे रही डीएफओ… झूठे केस में फंसाने, सस्पेंड कराने की देती है धमकी… PCCF से लेकर एसोसिएशन तक शिकायत… जानिए क्या है पूरा मामला...
मुंगेली/बिलासपुर, 19/2023
मुंगेली की डीएफओ शमा फारूकी के खिलाफ उनके ही विभाग के रेंजर ने बदसलूकी और लेनदेन को लेकर कोतवाली थाने में शिकायत करते हुए एफआईआर की मांग की है। मुंगेली में पदस्थ रेंजर फेंकुराम लास्कर ने डीएफओ पर लेनदेन के अलावा बेवजह परेशान करने अपशब्द बोलने, धमकी देने, नौकरी से सस्पेंड कराने की धमकी देने जैसे कई गम्भीर आरोप लगाए है उन्होने पुलिस से लिखित में शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। रेंजर ने पुलिस के अलावा प्रधान मुख्य वन संरक्षक रायपुर, भारतीय वन सेवा, रेंजर एसोसिएशन, वन अधिकारी- कर्मचारी संघ से भी लिखित में शिकायत की है।
आपको बता दे कि मामला मुंगेली वनमंडल का है। रेंजर फेकूराम लास्कर ने शिकायत में कहा है कि, इनके बच्चों के लिए मैने बहुत खर्च किया है। मकान का पैसे भी दिया था। लेकिन यह काफी दिनों से मेरा पैसा वापिस नहीं कर रहीं, मैंने एक लाख 2 हजार रुपये दिए थे। जिसे एक सप्ताह में वापिस करने वाली थीं। लेकिन मैने पैसे वापस मांगे तो डीएफओ मुझे धमकी देने लगी और बोलने लगी कि, तुमकों ठीक से अपना रिटायरमेंट नहीं करवाना है क्या, मुझे अपशब्द भी बोले गए है वन मंत्री से कह कर सस्पेंड करवाने की भी धमकी देती है।
रेंजर एफ. आर. लास्कर ने अपनी शिकायत में कहा है कि वो सिनियर सिटीजन रेंजर है और इसी माह जून 2023 में उनकी अर्द्धवार्षिकी आयु पूर्ण होना है। वनमण्डलाधिकारी मुंगेली द्वारा लगातार लगभग विगत 05 माह से उनके विरुद्ध प्रताड़ना मूलक कार्यवाही किया गया है यथा राशन एवं अन्य सामाग्री का वादानुसार लगभग 90000/- एवं मालिश कार्य का 12000/- कुल लगभग 102000/- (एक लाख दो हजार रुपये) को नही दे रही है। पैसा मांगे जाने पर अपशब्द एवं झूठे प्रकरण में फसाने तथा पीसीसीएफ एवं वनमंत्री को बोलकर सस्पेंड कराने की धमकी देती है। वनमण्डलाधिकारी द्वारा सीधे ठेकेदार एवं मजदूरों से बात कर कमीशन मांगती है तथा उसी से हमें कार्य करने के लिये बाध्य करती है। प्रायः सामाग्री प्रदान न कर सीधे ठेकेदार के माध्यम से काम कराने के लिये बाध्य करती है जिससे वनविभाग की क्षवि एवं गरिमा पूरा जिला में धूमिल हो रही है। ऐसे अधिकारी को लूप लाइन मुख्यालय रायपुर में ही अटैच किया जाना उचित होगा।
उन्होंने शिकायत में आगे कहा ही कि मेरे विरुद्ध कूट रचना करते हुये झूठा दस्तावेज तैयार की है, मेरे शसकीय दस्तावेज में भी हेरफेर की है, तथा झूठा प्रस्ताव देकर बिना किसी कारण मेरा संवितरण का अधिकार से हटवाया गया है। इसी प्रकार दो वनक्षेत्रपाल (खुडिया एवं लोरमी परिक्षेत्र) का भी संवितरण अधिकार से हटाकर उपवनक्षेत्रपाल को संवितरण अधिकारी बनाया गया है जो कि नियन विरुद्ध है। वर्तमान आज दिनांक की स्थिति में 04 परिक्षेत्रों में से 03 वनक्षेत्रपालों का संवितरण अधिकार मुंगेली वनमण्डल से मुक्त है। उच्चाधिकारियों को उक्त संबंध में अनेक पत्राचार किया हूँ परंतु उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की है बल्कि मेरे विरुद्ध लगातार जांच एवं कार्यवाही किया जा रहा है। मैं अत्यधिक परेशान होकर पुलिस थाना में भी एफआईआर हेतु शिकायत दर्ज किया हूँ उन्होंने सभी संगठन के पदाधिकारियों ने अनुरोध किया है कि डीएफओ पर तत्काल कार्यवाही की जाए अन्यथा वो मेरे विरुद्ध कोई अन्य साजिश पूर्वक कार्यवाही वनमण्डलाधिकारी मुंगेली द्वारा किया जा सकता है।
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