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“गरीब की थाली पर टैक्स, श्रद्धा पर बोझ – कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय बोले, ये भाजपा का लूट-छूट उत्सव”… भाजपा ने महँगाई से तोड़ा बजट”

बिलासपुर, सितंबर, 29/2025

“गरीब की थाली पर टैक्स, श्रद्धा पर बोझ – कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय बोले, ये भाजपा का लूट-छूट उत्सव”… भाजपा ने महँगाई से तोड़ा बजट”…

केंद्र सरकार के द्वारा जीएसटी में किए बदलाव के बाद देश भर में अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रहीं है। एक तरफ बीजेपी जहां इसे जनता के लिए राहत देने की बात कह रही है तो वही कांग्रेस ने इसे जनता के साथ धोखा करार दिया है। जीएसटी को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशवानी ने सोमवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारवार्ता ली मीडिया के साथियों से चर्चा करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।

विजय केशवानी ने कहा कि सरकार का उत्सव, जनता की उलझन बन गई है। केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार जीएसटी रिफॉर्म्स के नाम पर उत्सव मना रही है। मगर सवाल ये है कि उत्सव मनाने लायक हुआ ही क्या? क्या गरीब के चूल्हे में सस्ती रोटी-सब्ज़ी पहुँची? क्या पूजा-पाठ करने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिली? क्या दवाइयाँ और ज़रूरी सामान सस्ता हुआ? हकीकत यह है कि आम आदमी की रसोई से लेकर बच्चों की पढ़ाई और इलाज तक पर जीएसटी का बोझ जस का तस है। कांग्रेस ने भाजपा पर सीधा आरोप लगाया कि “पहले लूटा, अब छूट की नौटंकी” कर जनता को गुमराह किया जा रहा है।

गरीब की रसोई – अब भी महंगी….

रोज़मर्रा की ज़रूरी चीज़ें महँगी, सब्ज़ी-फल खरीदने से पहले जेब पर नज़र जाती है। रसोई गैस, तेल, दाल और आटे पर टैक्स का असर कम नहीं हुआ। होटल में परिवार के साथ एक बार भोजन करने का मतलब हफ़्तों तक बजट को समेटना। दवा पर जीएसटी से इलाज महँगा, मरीजों के घर का खर्च दोगुना।

श्रद्धा पर भी टैक्स…

नवरात्र चल रहा है। श्रद्धालु नारियल, फल-फूल और पूजा सामग्री ख़रीदने बाज़ार जा रहे हैं। नारियल 35-37 रुपये में मिल रहा। पूजा सामग्री के दाम कम नहीं हुए। कांग्रेस का आरोप: भाजपा सरकार ने श्रद्धा पर भी टैक्स लगा दिया है।

जीएसटी का सच – जनता के खिलाफ़ फैसला…

2017 में भाजपा सरकार ने जीएसटी लागू किया। तब से लेकर आज तक आम आदमी महँगाई की मार झेल रहा है। बच्चों की कॉपी-किताब पर टैक्स बढ़ाकर 12% से 18% कर दिया गया। ट्रांसपोर्ट टैक्स बढ़ने से हर चीज़ महँगी। कांग्रेस: “यह जीएसटी नहीं, चक्का टैक्स है।”

कांग्रेस का हमला…

जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी बोले—”भाजपा सरकार जीएसटी पर उत्सव मना रही है, जैसे यह कांग्रेस ने लागू किया हो। पहले जेब काटी, फिर कुछ पैसे लौटाकर वाहवाही लूट रहे हैं। ये जनता के साथ मज़ाक है।” जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी ने ऐलान किया है कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी और गरीब, किसान व मध्यमवर्गीय परिवारों की आवाज़ बुलंद करेगी।

बिजली बिल का बोझ…

कांग्रेस सरकार की बिजली बिल हाफ योजना से जनता को राहत मिली थी। भाजपा ने योजना बंद कर दी, अब बिल 4-5 गुना बढ़ गए। जनता का बजट चौपट हो गया। कांग्रेस: “अच्छा होता भाजपा इसे भी उत्सव में शामिल कर लेती।”

फैक्ट फाइल – जीएसटी रिफॉर्म की हकीकत…

दुकानदार: “असल असर नया स्टॉक आने पर दिखेगा।” कंपनियाँ पहले ही दाम बढ़ाकर मुनाफा सुरक्षित कर चुकीं। छोटे पैकेट में कटौती का असर ग्राहकों को नहीं मिलेगा। जैसे, ₹1 की टॉफ़ी अब 88 पैसे होगी, तो छुट्टे कौन लौटाएगा?

सवाल…

क्या जीएसटी रिफॉर्म से गरीब की थाली सस्ती हुई?

क्या पूजा की सामग्री आम आदमी की पहुँच में आई?

क्या बिजली और दवा का बोझ कम हुआ?

अगर नहीं, तो फिर ये उत्सव आखिर किसके लिए है?

 

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

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