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सराईपाली कोयला खदान में गुंडागर्दी… टेक्निकल इंस्पेक्टर से कोल लिफ्टारों ने की मारपीट… AITUC ने की ओबी ठेकेदारों पर कार्रवाई की मांग….

बिलासपुर/ सराईपाली, 10/2024

सराईपाली कोयला खदान में गुंडागर्दी… टेक्निकल इंस्पेक्टर से कोल लिफ्टारों ने की मारपीट… AITUC ने की ओबी ठेकेदारों पर कार्रवाई की मांग….

कोल इंडिया की खदानों से कोयले की अफरा-तफरी (चोरी) और घोटाला लगातार जारी हैं जिससे सरकार को करोड़ो अरबों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। उसके बावजूद इसे रोक पाना मुश्किल हो गया हैं क्योंकि इन दलालों माफियाओं के साथ मोटी कमाई करने वाले अधिकारी भी मिले हुए हैं । हाल ही का मामला कोरबा क्षेत्र की सराईपाली खदान से जुड़ा हुआ हैं जहाँ कुछ दिन पूर्व एक कर्मचारी के साथ कोल लिफ्टरों ने मारपीट कर उसे जान से मारने की धमकी दी थी और जब उसने इसकी शिकायत करने कोशिश की उस पर उच्च अधिकारियों ने मामले को खत्म करने का दबाव बनाया ।

सूत्र बताते हैं कि उक्त घटना रोम कोल के एवज में महंगे (कीमती) स्टीम कोल की निकासी का हैं छोटे कर्मचारी ने इस घटना को पकड़ लिया था तथा अधिकारी की मिलीभगत का भी उसे अंदाजा हुआ उसे मारपीट करने डराने धमकाने की साजिश रची गयी किंतु घटना ने बड़ा तूल पकड़ लिया उक्त घटना से पीड़ित सराईपाली ओसीएस के टेक्निकल इंस्पेक्टर रूपचंद देवांगन ने पाली थाना में आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर कराना चाहा तो उसके ऊपर उच्चाधिकारियों ने दबाव बनाया और नौकरी से हाथ धो बैठने की धमकी तक दे डाली। प्रभावित होकर मजबूरन शिकायत वापस लेनी पड़ी किंतु मीडिया को दिए अपने वक्तव्य में उन्होंने बहुत ही स्पष्ठ रूप से इस बात की ओर इशारा किया कि उच्च अधिकारी उनपर दबाव बनाएं हुए हैं। कोयले की इस अफरा तफरी में एसईसीएल के उप क्षेत्रीय प्रबंधक, तथा डिस्पेच रोड सेल के नोडल अफसर की गहरी संलिप्तता जाहिर हैं । अब अधिकारी जांच से अपने बचाव को लेकर कर्मचारी को सेटलमेंट करने की जुर्रत में लगे हुए हैं ।

ऐसी ही एक घटना उसके एक हफ्ते बाद घटित हुयी जहाँ एक कर्मचारी को खदान से बाहर गुंडों द्वारा मारा गया जिसके तार इसी खदान में कांट्रेक्ट पर ओबी निकासी का कार्य करने वाले सिंह से जुड़े होने की जाँच शक के आधार पर की जा रही हैं। यू तो सराईपाली खदान में छोटे कर्मचारियों पर इस तरह की अप्रिय घटना लगातार कई महीनों से घटित हो रही हैं तथा हर बार खदान के ही बड़े अधिकारी अपने आप को होने वाले मोटे लाभ का कर्ज उतारने इनका साथ देते आते आ रहे हैं । उक्त घटित सभी घटनाओ के संक्षिप्त विवरण के साथ सम्युक्त कोयला मजदूर संघ (ए. आई. टी. यू.सी.) ने संज्ञान में लाते हुए जांच एवं कार्यवाही करने मांग महा प्रबंधक से की हैं । ताकि भविष्य में किसी कर्मचारी/मजदूर के साथ कोई अप्रिय घटना घटित ना हो ।