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भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में 1997 बैच के छात्रों का हुआ पुनर्मिलन…  अपने गुरुओं का सदैव सम्मान करें उन्होंने आपके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण वक्त में आपका साथ दिया है : राज्यपाल अनुसुइया उईके… राज्यपाल ने कहा बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय की सरलता और सहजता से मै भी प्रभावित हूं  कार्यक्रम में शामिल हुए नगर विधायक शैलेष पांडेय….

भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में 1997 बैच के छात्रों का हुआ पुनर्मिलन… अपने गुरुओं का सदैव सम्मान करें उन्होंने आपके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण वक्त में आपका साथ दिया है : राज्यपाल अनुसुइया उईके…

राज्यपाल उईके ने कहा बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय की सरलता और सहजता से मै भी प्रभावित हूं कार्यक्रम में शामिल हुए नगर विधायक शैलेष पांडेय..

बीआईटी के छात्र-छात्राओं ने राज्य और देश का नाम विदेशों में रोशन किया…

भिलाई/बिलासपुर, 24/2022

दशकों बाद कालेज की बेंच पर बैठे, दीवारों को निहारा और पुराने मित्रों के साथ कालेज के दिनों की यादें ताजा कीं तो आंखें खुशी से छलक पड़ीं। कालेज से निकलने के बाद कौन कहां गया और अब कहां है, यह जानने में ही काफी वक्त बीत गया। मौका था भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.आई.टी) के 1997 बैच के छात्रों के पुनर्मिलन समारोह का।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल अनुसुइया उइके उपस्थित रही। साथ में भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ट्रस्ट सचिव आई पी मिश्रा, संचालक डॉ अरुण अरोरा, प्राचार्य डॉक्टर एनके गुप्ता, उप प्राचार्य डॉक्टर मनीषा शर्मा उपस्थित रही।

परिवार संग पहुंचे पुराने छात्रों ने अपने बच्चों को दिखाया कि वे कहां बैठा और खेला करते थे। समारोह में कई पूर्व शिक्षकों को भी बुलाया गया और उन्हें सम्मानित भी किया गया। बीआईटी में 1997 बैच के छात्र और वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय समेत बड़ी संख्या में पुराने छात्रों ने समारोह में भागीदारी की।

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों आयोजित होने से नए बच्चों को प्रेरणा मिलती है। उन्हें यह पता होना चाहिए कि इस संस्थान में पढें पूर्व छात्र छात्राओं ने क्या कार्य किए ऐसे कार्यक्रमों से नए बच्चों को जानने का अवसर प्राप्त होता है। ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों के मन में भावना जागृत हुई कि वह भी यहां से शिक्षा लेकर देश और विदेश में जाकर सेवा करें।

जब कोई युवा अपने भविष्य का सपना संजोए शिक्षा परिसर में प्रवेश करता है और 4 वर्ष के निर्धारित पाठ्यक्रम में पढ़ता है तो अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आगे बढ़ता है। इन वर्षों में विद्यार्थी को संस्था से भावनात्मक लगाव हो जाता है। इन वर्षों में बताएं संस्था में स्मरणीय पल युवा दिनों की छोटी-बड़ी यादें आपस की नोकझोंक और ना जाने कितना ही पल निरंतर याद आते हैं और ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से उन पलों को याद करना उन्हें जीना एक उपलब्धि के समान है।

विधायक शैलेष पांडेय ने बताया कि 12 अप्रैल 1986 को 180 बच्चों के साथ भिलाई इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी प्रारंभ किया गया था। वर्तमान में यहां लगभग 3000 बच्चे अध्ययनरत हैं। अमेरिका, भोपाल, पुणे सहित अन्य जगहों में भी बीआईटी एसोसिएशन कार्य कर रही है। वर्ष 1997 में मैंने भिलाई इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दुर्ग से बी.ई की शिक्षा प्राप्त की है। 25 वर्ष पूरे होने पर रजत जयंती पुनर्मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 1997 बैच के सभी छात्र छात्राएं मित्रगण बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।

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