बिलासपुर // नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के कारण दो महीने से बंद रास्ते को खुलवाने के लिए दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े, वजाहत हबीबुल्लाह और साधना रामचंद्रन को प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए वार्ताकार नियुक्त किया है। शीर्ष न्यायालय ने कहा कि तीनों वार्ताकार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत करेंगे। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि प्रदर्शनकारी सार्वजनिक रास्ते को अवरुद्ध नहीं कर सकते हैं और अदालत हर संस्था को प्रदर्शनकारियों के सामने घुटने टेकते नहीं दिखा सकती है। शाहीन बाग का समाधान निकालना होगा। हालांकि, अदालत ने यह भी कहा कि विरोध करना एक मौलिक अधिकार है, लेकिन विरोध प्रदर्शन के लिए एक वैकल्पिक स्थल खोजे जाने की जरूरत है। उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान केंद्र ने प्रदर्शन स्थल पर प्रदर्शनकारियों द्वारा ‘बच्चों को ढाल के रूप में इस्तेमाल’ किए जाने का मामला भी उठाया। साथ ही केंद्र सरकार ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर के शाहीन बाग जाने व विरोध प्रदर्शन करने को लेकर आपत्ति जताई, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सहमति जताई है।
Author Profile
Latest entries
राजनीति18/07/2025कांग्रेस का हल्लाबोल… बिजली विभाग का घेराव… जमकर की नारेबाजी… बिजली दरों में वृद्धि और अघोषित कटौती के खिलाफ कांग्रेस का लालटेन लेकर प्रदर्शन…
Uncategorized18/07/2025छत्तीसगढ़ : पूर्व सीएम भूपेश के बेटे चैतन्य ईडी की हिरासत में विशेष कोर्ट में पेश… नेता प्रतिपक्ष महंत सहित कांग्रेस के कई विधायक पहुंचे कोर्ट…
बिलासपुर16/07/2025“राष्ट्रचिन्तन (विश्वगुरू भारत 2047-हमारा दायित्व)” कार्यक्रम… पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ होंगे मुख्य वक्ता… छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन का भव्य आयोजन…
Uncategorized16/07/2025छत्तीसगढ़ : लगातार बढ़ते बिजली की दरों से उपभोक्ता हलाकान… कांग्रेस ने कहा अघोषित बिजली कटौती से त्रस्त जनता की जेब में डाला जा रहा डाका…