बिलासपुर // कोरोना संक्रमण को रोकने सरकार हर संभव प्रयास कर रही है जिसके चलते 21 दिनो का लाकडाउन किया गया है और पीएम मोदी ने सभी को घरो मे रहने की अपील की है ! जहाँ एक ओर लाकडाउन का पालन कराने प्रशासन, पुलिस लोगो के बीच जाकर उन्हे समझाइश दे रहे है तो वही कोरोना से निपटने गाँव वाले भी सजग हो गये है और अपने स्तर पर खुद ही सुरक्षा के इंतजाम कर रहे और लोगो मे जागरुकता भी फैला रहे !
ऐसा ही एक गाँव है सरगवां जहाँ कोरोना महामारी से निपटने के लिए गांव-गांव के प्रवेश द्वार को ब्लॉक कर दिया गया है। कहीं बेरिकेट्स लगा दिए गए हैं तो कहीं पर कांटा तार लगा दिया गया है। कुछ गांवों में प्रवेश द्वार को कांटों की झाड़ियों से घेर दिया गया है और वहां पर पहरा दिया जा रहा है। ग्राम पंचायत सरगवां में मेहमान आने की सूचना नहीं देने पर 100 रुपए जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया है।
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि अब गांव वाले भी कोरोना को लेकर जागरूक हो गए हैं। मस्तूरी ब्लॉक की ग्राम सरगवां में प्रवेश करने के लिए दो रास्ते हैं, जिसे लॉक डाउन के दिन कांटों की झाड़ियों से बंद कर दिया गया है। वहां पर पंचों के अलावा आम लोग पहरा दे रहे हैं। दूसरे गांव से आने वालों को वहां प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। लोगों से दूरी बनाए रखने के लिए गांव में कोटवार से मुनादी लगातार कराई जा रही है। नालियों की सफाई कराकर छिड़काव कराया जा रहा है। सरपंच अमिता अजय यादव ने बताया कि 22 मार्च को जब जनता कर्फ्यू लगा था, उसी दिन गांव में कोटवार के माध्यम से मुनादी करा दी गई थी कि कोई भी अपने घरों को बाहर न निकलें। गांव के पंचों को अपने-अपने वार्ड के नागरिकों की हालचाल जानने का जिम्मा सौंप दिया गया है। अब तक गांव में किसी को भी किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है। हाल ही में 36 लोग पलायन से लौटे हैं, जिसकी सूचना पुलिस थाने के अलावा पटवारी को दी गई थी। इन लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जा चुका है, जिसमें सभी की रिपोर्ट सामान्य आई है। फिर ऐहतियात के तौर पर इन लोगों को घरों में आइसोलेट रहने कहा गया है। उन्होंने बताया कि वैसे तो गांव के प्रवेश द्वार पर पहरा दिया जा रहा है, लेकिन फिर चोरी-छिपे या रात में किसी के यहां मेहमान आ गए तो इसकी सूचना संबंधित वार्ड के पंच, कोटवार या फिर सरपंच को देने कहा गया है। ऐसा नहीं करने वाले संबंधित परिवार पर 100 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। सरगवां में कोरोना के प्रति जागरूकता फैलाने में सरपंच अमिता यादव के अलावा उपसरपंच रूप चंद मनहर, पंच बसंत खन्ना, दिलीप टंडन, निर्मल मानिकपुरी, फगनी यादव आदि जुटे हुए हैं।
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