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पार्षद विजय केशरवानी फिर विवादों में… अबकी बार भिड़े मंत्री रुद्रगुरु के पीएसओ से…

बिलासपुर // रविवार को समाज के एक कार्यक्रम में शामिल होने बिलासपुर पहुंचे छत्तीसगढ़ के पीएचई मंत्री रुद्रगुरु छत्तीसगढ़ भवन में अल्प समय के लिए रुके थे जिनसे मिलने समाज के लोग बड़ी संख्या में आये थे साथ ही कांग्रेस संगठन के भी पदाधिकारी, और कार्यकर्ता भी पहुंचे थे। पार्षद विजय केशरवानी भी मंत्री से मिलने पहुंचे थे वे कमरे के अंदर जा रहे थे तब मंत्री के पीएसओ ने उन्हें रोक दिया और कहा कि मंत्री अभी नाश्ता कर रहे है थोड़ी देर रुक जाएं। इतना सुनते ही विजय केशरवानी अपना रौब दिखाने लगे। पार्षद विजय केशरवानी को ना जाने क्यों इतनी जल्दी थी मंत्री से मिलने की वो पीएसओ से ही भीड़ गए और जोर जोर से चिल्ला कर पीएसओ को खरी खोटी सुनाने लग गए। पीएसओ उनसे विनम्रता पूर्वक लगातार कहते रहा कि मंत्री अभी नाश्ता कर रहे हैं। इसलिए मैं आपको रुकने कह रहा हूं। देखा जाए तो ये कोई पहला मामला नही है इससे पहले भी विजय केशरवानी कई बार इस तरह के विवादों में घिर चुके है। कुछ महीने पूर्व भी नेहरू चौक में आयोजित कांग्रेस पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान विजय केशरवानी कांग्रेस नेता आशीष सिंह ठाकुर के साथ भी बहस हुई थी तब संघठन के पदाधिकारियों ने बीच बचाव किया था।

छत्तीसगढ़ में अपना परचम लहराते हुए सत्ता हासिल की थी वही बिलासपुर ग्रामीण में कांग्रेस ने निराशजनक प्रदर्शन करते हुए 6 सीटों में सिर्फ 1 सीट में ही जीत हासिल की थी जबकि शहर की एकमात्र सीट में बीजेपी के चाणक्य मंत्री अमर अग्रवाल को हराकर शहरी सीट अपनी झोली में डाली थी । जिसके बाद शहर अध्य्क्ष को अपनी शहर अध्यक्ष कि कुर्सी गंवानी पड़ी थी लेकिन खराब प्रदर्शन के बाद भी आज भी बिलासपुर ग्रामीण अध्यक्ष पद पर केशरवानी के अभी तक काबिज होने के चलते कांग्रेस में अंदर ही अंदर बगावत की चिंगारी सुलग रही है। ऊंची पंहुच और मुख्यमंत्री का करीबी बताने वाले ग्रामीण अध्यक्ष के इस प्रकार के आए दिन बुरे बर्ताव की शिकायत कार्यकर्ताओ ने कई बार कांग्रेस आलाकमान से की है। लेकिन बावजूद इसके पार्टी फोरम ने उन्हें कोई नोटिस जारी नही किया है । जरूरत है 15 साल बाद सत्ता में काबिज होने वाली पार्टी को इस प्रकार विवादों में रहने वाले अधयक्ष को कुछ समझाइश देने की । ताकि पार्टी में भी अनुशासन बरकरार रह सके ।

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

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