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अमित जोगी ने शराब कारोबारियों के खिलाफ खोला मोर्चा… प्रदेश की राजनीति में भूचाल… करेंगे आमरण अनशन…

बिलासपुर, अक्तूबर, 09/2024

अमित जोगी ने शराब कारोबारियों के खिलाफ खोला मोर्चा… प्रदेश की राजनीति में भूचाल… करेंगे आमरण अनशन…

छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की चर्चा पिछले 5 वर्षों से गूंज रही है प्रदेश में शराब घोटाले से जुड़े मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कई जगह छापे मारे और बहुत से रसूखदार लोगो और आधिकारियों को जेल भेजा है और अभी भी जांच जारी है। अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है या यूं कहे प्रदेश की राजनीति में भूचाल मच गया है। क्योंकि शराब घोटाले को लेकर प्रदेश के नामी शराब कारोबारी पर 15 वर्षो से घोटाला करने, फर्जी शराब पिलाने और युवा पीढ़ी को बर्बाद करने का आरोप लगा है। सोशल मीडिया में पोस्ट कर इन पर कार्रवाई की मांग की गई है और साथ ही एक दलबदलु नेता पर भी शराब कारोबारियों को बचाने का आरोप लगाया गया है अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आमरण अनशन किया जायेगा।

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी के बेटे और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के अध्यक्ष अमित जोगी ने प्रदेश के शराब कारोबारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया पर किए गए उनके हालिया पोस्ट के बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज़ हो गई है। उन्होंने न केवल शराब कारोबारियों को खुली चुनौती दी है, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक धरमजीत सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।

अमित जोगी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया कि पिछले 15 वर्षों में छत्तीसगढ़ में 30,000 करोड़ रुपये से अधिक का शराब घोटाला हुआ है। उनके अनुसार, इस घोटाले के मुख्य किरदार हैं अमोलक सिंह और उनके भतीजे प्रिंस भाटिया है। जोगी का आरोप है कि ये दोनों प्रदेश की युवा पीढ़ी को नकली शराब के जरिए बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इन दोनों ने शराब माफिया के रूप में छत्तीसगढ़ में अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया है और अब तक उन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई है।

तखतपुर विधायक पर बचाने का आरोप….

अमित जोगी ने सीधे आरोप लगाया है की तखतपुर के भाजपा विधायक विधायक धरमजीत सिंह शराब माफियाओं को बचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने धरमजीत सिंह को ‘दलबदलू’ नेता भी बताया और कहा कि वे अब भाजपा में शामिल होकर शराब माफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं। यह बयान न केवल जोगी की पार्टी के भीतर बल्कि भाजपा के लिए भी एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि जोगी ने प्रदेश में भ्रष्टाचार और माफियाओं के खिलाफ अपने रुख को स्पष्ट कर दिया है।

जोगी करेंगे आमरण अनशन….

अमित जोगी ने अपने बयान में राज्य और केंद्र सरकारों को चेतावनी दी है कि अगर अमोलक सिंह और प्रिंस भाटिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे आमरण अनशन करेंगे। जोगी का कहना है कि उनके पास इस घोटाले से संबंधित सभी दस्तावेज हैं, जिन्हें वे केंद्र सरकार की जांच एजेंसियों को सौंपने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक इन दोनों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल नहीं होता और उन्हें जेल नहीं भेजा जाता, वे अपने अनशन से पीछे नहीं हटेंगे।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का पुनर्जीवन ?

अमित जोगी का यह कदम उस वक्त आया है, जब उनकी पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) राजनीतिक दृष्टिकोण से लगभग समाप्त हो चुकी थी। जोगी की इस नई रणनीति को उनकी पार्टी को पुनर्जीवित करने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। शराब माफियाओं के खिलाफ उनके इस कड़े रुख ने उन्हें फिर से चर्चा में ला दिया है। जोगी ने दिखा दिया है कि वे अपनी पार्टी की खोई हुई राजनीतिक जमीन को वापस पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, चाहे वह आमरण अनशन ही क्यों न हो।

अमित जोगी का शराब माफियाओं के खिलाफ यह अभियान छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे रहा है। जोगी ने यह साफ कर दिया है कि वे भ्रष्टाचार और माफियाओं के खिलाफ एक सख्त रुख अपनाएंगे, चाहे इसके लिए उन्हें व्यक्तिगत स्तर पर कितनी ही बड़ी लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े। अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन उनके इन आरोपों पर क्या कदम उठाते हैं, और क्या अमित जोगी का यह राजनीतिक कदम उनकी पार्टी को फिर से सशक्त बना पाएगा।