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थाने के पास ढाबे में पिलाई जा रही शराब… किसके संरक्षण में चल रहा अवैध आहता ?… इतने दिनों तक आबकारी और पुलिस को नहीं लगी भनक ?… वायरल वीडियो के बाद जागे थानेदार ने की कार्रवाई…

बिलासपुर, जनवरी, 06/2025

थाने के पास ढाबे में पिलाई जा रही शराब… किसके संरक्षण में चल रहा अवैध आहता ?… इतने दिनों तक आबकारी और पुलिस को नहीं लगी भनक ?… वायरल वीडियो के बाद जागे थानेदार ने की कार्रवाई…

छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर इन दिनों उड़ता पंजाब की तर्ज पर नशे का अड्डा बनते जा रहा है। जगह जगह नशे का सामान बिक रहा है। शहर हो ग्रामीण अंचल सभी क्षेत्र इसकी गिरफ्त में है। नशे का कारोबार किफायती होने के कारण लगातार इसमें इजाफा हो रहा है। युवाओं के साथ ही नाबालिग भी इनकी चपेट में आ रहे है। शहर में अन्य प्रांतों से नशीली टेबलेट, इंजेक्शन, ला कर यहां बेचा जाता है। इसके अलाव दीगर प्रांतों की शराब भी यहां आसानी से मिल जाती है।

टपरी वाला ढाबे में पिलाई जा रही शराब…

सरकंडा थाने से चंद कदमों की दूरी पर सड़क किनारे चल रहे ढाबे पर ग्राहकों को खुलेआम शराब पराेसी जा रही है।मिली जानकारी के मुताबिक ढाबे में रोज ही पुलिसकर्मियों का भी यहां आना जाना लगा रहता है। इसके बाद भी ढाबा संचालक के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। इसके पीछे का कारण ढाबा संचालक की पुलिसकर्मियों से मिलीभगत बताई जा रही है। ढाबे में शराबखोरी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस होटल में प्रतिदिन शाम ढलते ही नशेड़ियों की भीड़ लगने लगती है। थाने के सामने ही चलने वाले इस ढाबे में ग्राहकों को खुलेआम शराब परोसी जाती है। जानकारों की माने तो इसी ढाबे से सरकंडा थाने के लिए बंदियों को खाना सप्लाई किया जाता है। इसके साथ ही थाने के कर्मचारियों का यहां पर आना जाना भी लगा रहता है। इसके बाद भी ढाबा संचालक बेखौफ होकर अपने ग्राहकों को शराब परोस रहा है। यहां आने वाले लोग टेबल पर शराब की बोतल रखकर पैग लगाते हैं। इसके बाद भी पुलिसकर्मियों की नजर इन पर नहीं पड़ रही है। इधर पुलिस के अधिकारी शहर में सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने और परोसने वालों पर कार्रवाई का लगातार दावा कर रहे हैं। शनिवार की रात से वायरल हो रहे वीडियो में पुलिस के इन दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। सवाल ये उठता है कि किसके संरक्षण में ढाबा संचालक लोगों को खुलेआम शराब परोस रहा है क्या इसे पुलिस का जरा भी खौफ नहीं या ढाबे संचालक को संरक्षण देने में हाथ है ? पूरे मामले में सरकंडा थाना प्रभारी ने बताया कि शराब पीने वाले सात और एक होटल संचालक के ऊपर आबकारी एक्ट और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई।

आपको बता दे कि अवैध रूप से नशे के कारोबार में मादक गांजा चरस अफीम मेडिकल नशा या अवैध रूप से शराब पर नकेल कसने में संबंधित विभाग आबकारी विभाग कार्रवाई को लेकर पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है। लंबे समय से आबकारी विभाग नशे के खिलाफ कोई बड़ी या ठोस कार्रवाई को लेकर अभी तक गंभीर नजर नहीं आ रहा है। जिसका परिणाम यह की आज शहर के अलग अलग गली मोहल्ला चौक चौराहों पर बड़ी आसानी से आपको नशे का समान मिल जायेगा। अवैध रूप से नशे कारोबारियों पर नकेल कसने और कार्रवाई को लेकर इनके पास ना तो कोई सूचना तंत्र है और ना ही इस ओर इनका ध्यान जाता है।विभाग के कार्यप्रणाली पर नजर डालेंगे तो यहां के अधिकारी और कर्मचारी सिर्फ शराब भट्टी में शराब की बिक्री पर अपना ध्यान केंद्रित कर अपना ग्राफ बढ़ाने में लगे है या फिर कच्ची, महुआ, लहान पकड़ कर ही अपने आपको शाबाशी देते है। लेकिन अन्य नशे के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई आबकारी विभाग ने नहीं की है।

नशे के खिलाफ पुलिस कप्तान और कार्रवाई…

वही दूसरी ओर पुलिस विभाग के कप्तान रजनेश सिंह नशे के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ मुहिम चलाकर नशे कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे है।अवैध नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ आर्थिक चोट के साथ साथ इनकी संपतियों को फ्रिज कर इनकी काली कमाई का पूरा खाखा निकालने ओर इनको सलाखों के पीछे डालने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।समय समय में अवैध रूप से शराब बेचने व अवैध रूप से शराब पीने वाले पिलाने वालो के खिलाफ कार्रवाई में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे है।