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धर्मांतरण की शिकायतों के बीच प्रशासन की बड़ी कार्रवाई… सरकारी ज़मीन पर अवैध भवन ढहा… हिंदू संगठनों का आरोप– “धर्मांतरण का अड्डा था यह भवन”

बिलासपुर, अगस्त, 18/2025

धर्मांतरण की शिकायतों के बीच प्रशासन की बड़ी कार्रवाई… सरकारी ज़मीन पर अवैध भवन ढहा… हिंदू संगठनों का आरोप– “धर्मांतरण का अड्डा था यह भवन”

बिलासपुर। सकरी थाना क्षेत्र के ग्राम भरनी में सरकारी ज़मीन पर बने अवैध भवन पर सोमवार को शासन का बुलडोज़र चला। करीब 1500 वर्ग फीट पर बने इस भवन को जमींदोज़ कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अमला मौजूद रहा।

जानकारी के अनुसार, यह भवन करीब एक साल पहले ही बनाया गया था। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि यह भवन प्रार्थना भवन (चर्च) के रूप में इस्तेमाल हो रहा था, जहां भोले-भाले ग्रामीणों को लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था। ग्रामीणों और संगठनों की शिकायतों पर तहसीलदार और सीएसपी के नेतृत्व में मौके पर पहुँचकर प्रशासन ने बुलडोज़र कार्रवाई की।

ग्रामीणों ने कई बार उठाई आवाज़

ग्राम पंचायत भरनी के सरपंच ने बताया कि गाँव में ज़मीन पर अवैध कब्जा कर मकान बनाया गया था, जहाँ नियमित रूप से प्रार्थना सभाएँ होती थीं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यहाँ आने वाले लोगों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के लिए तैयार किया जा रहा था। पंचायत और प्रशासन को इसकी शिकायत कई बार की गई थी।

करीब एक महीने पहले भी हिंदू संगठनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर इस भवन का विरोध किया था। उस समय यहाँ प्रार्थना सभा चल रही थी और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। ग्रामीणों का कहना था कि प्रलोभन देकर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाया जा रहा है।

निर्माणकर्ता का पक्ष

वहीं, इस भवन को बनाने वाले आकाश खरे ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि “यह हमारा निजी मकान है, जिसे हमने रहने के लिए बनाया था। हम पिछले 10 साल से ईसाई धर्म मानते हैं और अपने परिवार के साथ ही घर में प्रार्थना करते हैं। यहाँ किसी भी तरह का धर्मांतरण नहीं कराया गया।”

पहले भी हुई थी कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले भी इसी भवन में प्रार्थना सभा के दौरान पुलिस ने छापा मारा था। उस समय 7 से 8 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई थी। इसके बावजूद यहाँ गतिविधियाँ जारी रहीं, जिस पर ग्रामीणों ने पुनः शिकायत दर्ज कराई थी।

शासन की सख्ती, अवैध कब्ज़े पर करारी कार्रवाई

शासन और प्रशासन का कहना है कि यह भवन सरकारी ज़मीन पर अवैध रूप से बनाया गया था। जांच में तथ्य स्पष्ट होने पर आज बुलडोज़र चलाकर इसे गिरा दिया गया।

 

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor