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“बूथ चलो अभियान” द्वितीय चरण 05 से 15 जुलाई तक… सीएम बघेल ने दिए सुझाव…  वरिष्ठ नेताओं और चुनाव लड़ने वालों को भी मिलेगी जिम्मेदारी… विजय केशरवानी…

“बूथ चलो अभियान” द्वितीय चरण 05 से 15 जुलाई तक… सीएम बघेल ने दिए सुझाव… वरिष्ठ नेताओं और चुनाव लड़ने वालों को भी मिलेगी जिम्मेदारी… विजय केशरवानी…

बिलासपुर, जुलाई, 03/2023

छत्तीसगढ़ में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने है। इसी क्रम में 30 जून को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव व प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव सहित मंत्रिमंडल के सदस्य और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने जिले का प्रवास किया। चुनाव तैयारी के क्रम में बूथ चलो अभियान के तहत जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के पोलिंग बूथों में पहुंचकर बूथ कमेटी सेक्टर कमेटी जोन कमेटी बूथ प्रभारी बनी टीम से सीधेतौर पर रू-ब-रू भी हुए थे। जिला कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ नेताओ द्वारा बूथ कमेटी को और अधिक मजबूत करने के लिए बताए गए सुझाव मार्गदर्शन और उनके द्वारा लिए गए निर्णय को गंभीरता से लेते हुए बूथ प्रबंधन में और मजबूती लाने का निर्णय लिया है।

जिसको लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने मीडिया से चर्चा के दौरान जानकारी देते हुए बताया की पोलिंग ब्लाक बूथ प्रभारी व बूथ अध्यक्ष बूथ कमेटी के गठन में वोटर लिस्ट के अनुसार अनुभागवार बूथ कमेटी में सदस्यों को जोड़ना है, अनुभागवार काम करने के लिए ब्लॉक अध्यक्ष और बनाए गये प्रभारी बूथ सदस्यों को अनुभाग वार जिम्मेदारी देकर बूथ कमेटी का गठन करेंगे एक पोलिंग बूथ के अंतर्गत आने वाले मोहल्ले या वार्ड में जितनी गलियां होती है उसे अनुभाग में बांटा जाता है। मसलन एक वार्ड में अगर चार गलियां है तो उसे चार अनुभाग में बांटकर बूथ कमेटी के गठन में प्रत्येक अनुभाग में निवासरत कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं को इसमें शामिल कर जिम्मेदारी दी जानी है। ताकि हमारा बूथ मजबूत बन सके और बूथ में निवासरत एक-एक मतदाताओं से हमारी सीधी पहचान हो और हम इनके सतत संपर्क में बने रहे।

5 से 15 जुलाई तक विशेष अभियान…

बूथ चलो अभियान के द्वितीय चरण में 5 जुलाई से 15 जुलाई तक विशेष अभियान दूसरे चरण में इसके लिए जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा 5 जुलाई से 15 जुलाई तक विशेष रूप से 70 दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है, इसे सभी ब्लॉक अध्यक्ष और बनाए गये प्रभारियों को गंभीरता से लेना है। अभियान की खास बात ये कि इस दौरान प्रत्येक बूथ में मतदाता सूची भी प्रभारी व पदाधिकारी अपने साथ रखेंगे। पोलिंग बूथों में जाते वक्त एक-एक मतदाताओं पर नजर रखनी होगी। पोलिंग बूथों के प्रवास के दौरान अनुभाग के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से सीधी बात भी करेंगे। अनुभाग की टीम किसी कारणवश गठित नहीं हो पाई है तो गठन की प्रक्रिया को भी पूरी की जाएगी। अभियान के जरिए पोलिंग बूथ कमेटी और अनुभाग के पदाधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी के अनुसार और भी जिम्मेदार बनाना और बूथों को अपने हिसाब से मजबूत करना है।

अनुभागवार बूथ कमेटी की टीम पूरी तरह तैयार नहीं…

प्रदेश प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के दौरे से यह बात सामने आई है कि अनुभागवार बूथ कमेटी की टीम पूरी तरह तैयार नहीं हो पाई है। अनुभाग वार बूथ कमेटी में प्रभावी टीम तैयार करना है। पोलिंग बूथ कमेटी का गठन अनुभाग वार बनाने की टीम में वरिष्ठ कांग्रेसजनों के अलावा विधानसभा चुनाव लड़ने वालों को भी जोनवार जिम्मेदारी दी जाएगी। ताकि उनके अनुभवों का लाभ कार्यकर्ताओं को मिले सके। पोलिंग बूथों में निष्ठापूर्वक काम करने वाले पदाधिकारियों की जानकारी प्रदेश कांग्रेस को सीधे तौर पर भेजी जाएगी। ऐसे कांग्रेसजनों को भविष्य में इनके अनुभव और निष्ठा का लाभ मिले इसके लिए जिला कांग्रेस कमेटी अपनी सिफारिश भी प्रदेश कांग्रेस को भेजेंगी। जिला कांग्रेस कमेटी ने पूर्व में ही एक कांग्रेसजन को दो पोलिंग बूथों की जिम्मेदारी दे दी है। इन पदाधिकारियों को अपने पोलिंग बूथों में अनिवार्य रूप से सक्रियता बनाए रखनी है और कमेटी गठन पर काम भी करना है।

बीएलए की होगी नियुक्ति….

बूथ व अनुभाग में अनुभवी, वरिष्ठ, युवा, महिलाओं की टीम तैयार करने के बाद बीएलए की नियुक्ति की जाएगी। इसमें पोलिंग बूथों में एक-एक मतदाताओं की जानकारी रखने वाले कांग्रेसजनों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। बूथों में निवासरत मतदाताओं की जानकारी रखने के अलावा कौन मतदाता वार्ड में निवासरत हैं और कौन वार्ड छोड़कर चले गए हैं इसकी जानकारी भी रखनी होगी। मतदाता सूची में नाम जोड़वाते वक्त कांग्रेस समर्थित परिवार के नए मतदाताओं का नाम गंभीरता के साथ जोड़वाना होगा। जिनके नाम छूट गए हैं उनका नाम गंभीरता के साथ जोड़वाना होगा। मतदाता सूची में नाम जोड़ने का काम 7 जुलाई से प्रारंभ हो गया है जो 30 जुलाई तक चलेगा। इस कार्य को भी गंभीरता के साथ किया जाना है।

सरकार की योजनाओं को घर-घर पहुंचाएंगे….

पोलिंग बूथ को अनुभाग बार मजबूत करने के साथ ही प्रत्येक बूथ में पदाधिकारी अब विधानसभा चुनाव तक मतदाताओं से नियमित रूप से संपर्क में रहेंगे। संपर्क के दौरान राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी घर-घर जाकर देंगे। राज्य शासन की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने के अलावा केंद्र सरकार की विफलता को भी लोगों के बीच लेकर जाएंगे। महंगाई हमारा सबसे बड़ा मुद्दा होगा। प्रभारियों और ब्लॉक बूथ सेक्टर और जोन के पदाधिकारियों को भी शासन की महत्वपूर्ण योजनाओ की जानकारी होनी चाहिए। ताकि लोगों को मौके पर इसकी जानकारी दे सकें और लोगों का फीडबैक भी प्राप्त कर सकें।

मुख्यमंत्री ने दिए तीन बिंदुओ में सुझाव…

बूथ चलो अभियान के तहत बूथ भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने बूथ टीम को तीन बिन्दु वाला सुझाव दिया है। हमने तीनो सुझाव को दूसरे चरण के अभियन में गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने सभी कांग्रेसियों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक कांग्रेसी को कांग्रेस के इतिहास की जानकारी होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने दूसरा सुझाव दिया है कि प्रत्येक कांग्रेसी को यूपीए सरकार और वर्तमाम प्रदेश सरकार की एक एक उपलब्धियों की जानकारी होनी चाहिए। सरकार ने क्या क्या योजनाएं शुरू किया है…सभी को पता होना चाहिए। तीसरा सुझाव मुख्यमंत्री ने दिया है कि भारतीय जनता पार्टी और केन्द्र सरकार की नाकामियों की जानकारी सभी को होनी चाहिए। भाजपा और केन्द्र सरकार ने क्या अफवाह उड़ाया है… और सोसल मीडिया में भाजपा के द्वारा फैलाए गए झूठ का जवाब तुरंत देना चाहिए

वाट्सएप ग्रुप के जरिए सतत संपर्क…

जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रत्येक पोलिंग बूथ के पदाधिकारियों का वाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्णय लिया है। इस ग्रुप के जरिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा समय समय पर संगठनात्मक गतिविधियों को संचालित करने दिए जाने वाले दिशा निर्देशों का परिपालन हो सके और जानकारी मिल सके। इसके अलावा पोलिंग बूथ कमेटी के सदस्यों के बीच आपस में सामंजस्य बना रहे और लगातार पार्टी की गतिविधियों को लेकर चर्चा होती रहें।

15 दिनों में एक बैठक अनिवार्य…

पोलिंब बूथ कमेटी, सेक्टर कमेटी व जोन कमेटी की प्रत्येक 15 दिनों में एक बैठक आयोजित करने को अनिवार्य किया जा रहा है। ताकि आपस में चर्चा हो सके और संगठन के कामकाज को प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके। इसमें ग्रामीणों की समस्याओं और निदान को लेकर भी चर्चा की जाएगी। ताकि लोगों की समस्याओं का निराकरण हो सके।

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