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डिप्टी सीएम साव से मीसाबंदियों ने मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन… सम्मान निधि के लिए कानून बनाने सहित अन्य सुविधाओं की मांग

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बिलासपुर, सितंबर, 25/2024

डिप्टी सीएम साव से मीसाबंदियों ने मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन… सम्मान निधि के लिए कानून बनाने सहित अन्य सुविधाओं की मांग…

बिलासपुर जिले के मीसा बंदियों ने उप-मुख्यमंत्री अरुण साव से मुलाकात कर मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि के लिए कानून बनाने और अन्य विशेष सुविधा प्रदान करने ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मांग की है की मध्य प्रदेश सरकार की तरह छत्तीसगढ़ में भी सम्मान निधि के लिए विधानसभा में कानून पारित करे और अन्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करे। डिप्टी सीएम अरुण साव से लोकतंत्र सेनानी संघ के जिलाध्यक्ष गोवर्धन गुलहरे, वरिष्ठ सदस्य प्रेमशंकर पाटनवार और श्याम सुंदर सचदेव ने चर्चा कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी।

आपको बता दे की मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भविष्य में मीसा बंदियों के सम्मान निधि बंद ना हो, इसके लिए एक कानून बनाकर विधानसभा में पारित किया है और मीसा बंदियों को दी जाने वाली सम्मान निधि में एक व्यापक परिवर्तन किया। वर्तमान् में वहां प्रत्येक मीसा बंदियों को अधिकतम् लगभग 30 हजार रूपये प्रतिमाह मिल रहा है एवं मीसा बंदियों की आर्थिक स्थिति को देखते हुये उन्हें स्वास्थ्य सुविधा भी प्रदान की जा रही है। इतना ही नहीं उन्होंने मीसा बंदियों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के समान अनेक प्रकार की सुविधाओं से सम्मानित किया है। यही मांग अब छत्तीसगढ़ के मीसा बंदी भी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से कर रहे है। चूंकि सीएम शिवराज मीसा बंदियों के प्रति अति संवेदनशील है। क्योंकि शिवराज सिंह चौहान स्वयं मीसा बंदी रहे और मध्यप्रदेश में अनेक विधायक और मंत्री भी मीसा बंदी रहे। यही मांग छत्तीसगढ़ के मीसा बंदी भी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से कर रहे है।

जानकारी हो की प्रदेश में भाजपा की रमन सरकार ने मीसा बंदियों को 2008 में पेंशन देने की शुरआत की थी। लेकिन 2018 में भाजपा की सरकार बदल गई और कांग्रेस की भूपेश सरकार बनी जिसके बाद मीसा बंदियों की पेंशन बंद कर दी गई। फिर मामला कोर्ट में लगा और मीसा बंदियों के पक्ष में फैसला आया उसके बाद भी पेंशन देने में आना कानी की गई और हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। 2023 में विधानसभा चुनाव हुए और फिर सरकार बदल गई भाजपा की विष्णुदेव सरकार आते ही फिर से पेंशन देना शुरू की गई और साथ है 5 साल की बकाया एरियर्स की राशि भी सभी मीसाबंदियों को दी गई। अभी प्रदेश में मीसा बंदियों को जो पेंशन मिल रही है उसमे 3 केटेगरी है जिसमे 25 हजार, 12 हजार 500,  और 7 हजार 500 रुपए है। अब मीसा बंदियों को आगे भी लगातार पेंशन मिलती रहे इसके लिए कानून बना के विधानसभा में पारित कराने की मांग की जा रही है।

 

 

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