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रेत घाट बंद के बाद भी निकल रही रेत…  खनिज विभाग ने जब्त की 27 गाड़ियां… मिट्टी, मुरुम  मामले में भी कार्यवाई…

रेत घाट बंद के बाद भी निकल रही रेत… खनिज विभाग ने जब्त की 27 गाड़ियां… मिट्टी, मुरुम मामले में भी कार्यवाई…

बिलासपुर, जून, 24/2023

जिले में मानसून को देखते हुए 10 जून से रेत घाट से रेत उत्खनन शासन ने बंद कर दिए गए लेकिन इसके बाद भी कुछ रेत चोर अलग अलग जगहों से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन कर रहे है। खनिज विभाग का अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। विगत दो-तीन दिनों में शहर के अलग-अलग इलाकों में कई वाहनों को खनिज का अवैध परिवहन करते हुए पकड़ा गया। खनिज विभाग ने कार्यवाई करते हुए 27 प्रकरण दर्ज किए है। इसमें रेत के मामले सर्वाधिक है। खनिज विभाग की कार्रवाई के बाद भी अवैध रेत परिवहन धड़ल्ले से जारी है।

खनिज अमला के द्वारा पिछले 03 दिनों में खनिजों के अवैध उत्खनन एवं परिवहन को रोकने लगातार विभिन्न क्षेत्रों में कार्यवाही करते हुए कुल 27 प्रकरण दर्ज किए हैं। ज़िले के कुछ स्थान जहां पर अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन कि शिकायतें मिल रही थी उसमें जोंधरा, मस्तूरी, दर्रीघाट, लावर, पोड़ी, कुदुदंड (माँ तुलज़ा भवानी मंदिर के पीछे), कोनी आदि क्षेत्रों में कुल 23 प्रकरण दर्ज किए हैं। इसके अतिरिक्त 02 प्रकरण मुरुम के तथा 02 प्रकरण मिट्टी(ईंट) के दर्ज किए गये। इन सभी अवैध उत्खननकर्ताओं एवम् परिवहनकर्ताओं पर खनिज नियमों के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है।

आपको बता दे कि जिले के सभी रेत घाट ठेका समाप्त होने के बाद जनवरी माह से बंद है। इसके बाद खनिज विभाग ने फरवरी माह में तीन रेत पाट लक्षनपुर, अमलीडीहा, उदईबंद को निजी ठेकेदारों को दिया गया। वहीं मई में जिले के अनुसूचित क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कोटा ब्लॉक की चार खदानों का संचालन शासन के निर्णानुसार ग्राम पंचायतों को दिया गया। इसमें ग्राम छतौना, ग्राम सोढाखुर्द, ग्राम कोनचरा और ग्राम करहीकछार शामिल हैं। उक्त ठेकेदार पर्यावरण क्लीरेंस जमा नहीं कर सके है। इसलिए उनको रेत उत्खनन की अनुमति नहीं दी गई है। इस बीच मानसून को ध्यान रखते हुए रेत घाट पन्द्रह जून से सोलह अक्टूबर तक बंद कर दिए गए है। इसके बाद भी अरपा नदी में धड़ल्ले से रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है।

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