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अल्प वर्षा से प्रभावित 208 गांव की फसलों को जीवनदान देने खूंटाघाट एवं घोंघा जलाशय के गेट खोले जाएंगे… रोपा बियासी सहित कृषि कार्यों में आयेगी तेजी…

अल्प वर्षा से प्रभावित 208 गांव की फसलों को जीवनदान देने खूंटाघाट एवं घोंघा जलाशय के गेट खोले जाएंगे… रोपा बियासी सहित कृषि कार्यों में आयेगी तेजी…

जनप्रतिनिधियों एवं किसानों की मांग पर प्रशासन ने लिया निर्णय… खूंटाघाट में 88 प्रतिशत एवं घोंघा में 59 प्रतिशत जलभराव… रोपा बियासी सहित कृषि कार्यों में आयेगी तेजी…

बिलासपुर, अगस्त, 05/2022

खूंटाघाट एवं घोंघा जलाशय से खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए रविवार 7 अगस्त को पानी छोड़ा जायेगा। जल संसाधन विभाग द्वारा इस दिन सवेरे 8 बजे नहरों के कपाट खोल दिये जाएंगे। इससे मस्तुरी एवं बिल्हा विकासखण्ड के 208 गांवों में अल्प वर्षा से प्रभावित फसलों को जीवनदान मिलेगा। खेती-किसानी के कार्यों को गति मिलेगी। खूंटाघाट जलाशय में वर्तमान में 88 प्रतिशत एवं घोंघा जलाशय में 59 प्रतिशत जलभराव उपलब्ध है। गौरतलब है कि कमिश्नर डॉ संजय अलंग एवं कलेक्टर ने स्वयं मस्तुरी तहसील के आधा दर्जन गांवों का दौरा कर फसलों की स्थिति का अवलोकन किया था। जनप्रतिनिधियों एवं किसानों ने जलाशयों से पानी छोड़ने की मांग रखी थी।

जल संसाधन विभाग खारंग के कार्यपालन अभियंता ने शुक्रवार को बताया कि खूंटाघाट जलाशय के बांयी एवं दायी दोनों तट नहरों तथा घोंघा जलाशय की नहरों से पानी छोड़ा जायेगा। मुख्य नहर की वितरक शाखा एवं उप शाखा नहरों में उनकी क्षमता के अनुरूप सिंचाई के लिए पानी दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि मुख्य नहर के अंतिम छोर तक निर्बाध सिंचाई हेतु मैदानी अमलों को दिन-रात पेट्रोलिंग के निर्देश दिये गये हैं। क्षेत्र के किसानों से सहयोग की अपील की गई है कि वे पानी एवं नहर को सुरक्षित रखते हुये जरूरत के मुताबिक ही पानी का उपयोग करें। मछली मारने वालों एवं अन्य असामाजिक किस्म के लोगों द्वारा रात में नहर के पानी को हेडअप कर रोकने की प्रवृत्ति को देखते हुए रात में भी पेट्रोलिंग किया जायेगा। नहर पाटने या पम्प अथवा अन्य माध्यम से अवैधानिक रूप से सिंचाई करने पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी।

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