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मिनीमाता बस्ती बचाओ संघर्ष समिति का 12 दिनों से जारी है आंदोलन… जनसुनवाई का किया गया आयोजन… पक्ष-विपक्ष के नेता व सामाजिक कार्यकर्ताओं को बुला किया गया संवाद…

बिलासपुर // मिनीमाता बस्ती बचाओ संघर्ष समिति का बस्ती बचाने को लेकर आंदोलन 12वे दिन भी जारी रहा। आज जनता द्वारा जनसुनवाई का आयोजन किया गया, बस्ती में खुली बातचीत, संवाद व जवाब – सवाल हुआ, जनसुनवाई में जनता ने सत्ता पक्ष व विपक्ष, सामाजिक कार्यकर्तागण को बुलाया गया और संवाद स्थापित किया गया।

जनसुनवाई 5 बजे से 7:30 बजे शाम तक चली, अंत मे जनता ने यह किया कि सबसे पहले मोहल्ले की कमेटी को सरकार द्वारा अधिकृत किया जाए, और उसके बाद समस्त कार्यवाही के पहले समिति के माध्यम से संवाद हो, पुनः सर्वे करवाया जाए, ताकि जल्दबाजी में किसी का भी हक़ नही मारा जाए, साथ ही सबको घर मिले आदि समिति को अधिकृत करके किया जाए। जनसुनवाई में सभापति शेख नजरुद्दीन व पूर्व पार्षद महेश चन्द्रिकापुरे उपस्थित हुए। बस्ती वालों ने सभी प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा, और कहा कि हम उम्मीद करते है कि जनता की मांग मानी जायेगी।

सभापति ने जनता की मांग को सही मानते हुए, आश्वासन दिया कि बस्ती के सभी लोगो को घर दिया जाएगा, और पुनः सर्वे करवाया जाएगा। साथ ही बस्ती के द्वारा गठित की गई मोहल्ला समिति को अधिकृत भी करवाया जाएगा। इसके अलावा अन्य माँगो को लेकर पुनः विचार करके जनता के बीच बताया जाएगा, जल्दबाजी में कुछ नही किया जाएगा।सभा मे उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी नंद कश्यप अपनी बात रखते हुए बोला कि भुपेश सरकार कुपोषण की समस्या को लेकर काम करने की बात कह चुकी है, ऐसे में यदि इस तरह से बार बार विस्थापित किया जाएगा, तो कुपोषण से लड़ना नही हो सकता।

जनता की ताकत उसकी एकजुटता है, इसका उदाहरण दिल्ली में अभी हाल ही की घटना है, जहां कोर्ट ने भी बस्ती को तोड़ने को लेकर आदेश दे दियाथा, किंतु वही जब जनता ने एकजुटता दिखाई, संघर्ष किया, तो सरकार को बस्ती तोड़ने पर रोक लगाना मजबूरी हुई। बस्ती के सभी लोगों ने मिलकर ज्ञापन दिया और यह तय किया है कि आंदोलन अभी खत्म नही हुआ है, कल 13वे दिन भी पुनः सब तय समय पर इकट्ठे होंगे और आंदोलन और जनसुनवाई की बातचीत को लेकर चर्चा करके आगे की रणनीति तय करेंगे, क्योंकि आज जितनी चर्चा हुई, उसका कुछ जमीनी निराकरण निकलकर सामने दिखने लगे, तब आंदोलन वापस लेने पर सोचा जाएगा।

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

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