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यातायात विभाग ने यात्री बसों का रूट मनमाने ढंग से डायवर्ट कर समस्या को और गंभीर बना दिया ..600 यात्री बसों और इन बसों से रोज यात्रा करने वाले 15000 यात्रियों का हाल बेहाल…

शशि कोन्हेर

बिलासपुर // तिफरा में निर्माणाधीन नए ओवरब्रिज का काम तेजी से पूरा करने के लिए यातायात विभाग ने यात्री बसों का रूट मनमाने ढंग से डायवर्ट कर समस्या को और गंभीर बना दिया है। नए ओवर ब्रिज के निर्माण के चलते यात्री बसों के हाईटेक बस स्टैंड जाने पर बंदिश लगा दी गई है। उसकी जगह कोरबा कटघोरा अंबिकापुर और रतनपुर से होकर आने वाली बसों के लिए महामाया चौक पर अस्थाई बस स्टैंड बना दिया गया है। इस रूट से आने वाली गाड़ियों को महामाया चौक पर ही रोक दिया जा रहा है इसी प्रकार मस्तूरी शिवरीनारायण तरफ से आने जाने वाली बसों के लिए गुरुनानक चौक और मुंगेली तखतपुर से आने जाने वाली यात्री बसों के लिए नर्मदा नगर चौक पर अस्थाई बस स्टैंड बनाया गया है। इन तीनों दिशाओं में जाने वाले यात्रियों को अपनी बस पकड़ने के लिए महामाया चौक सरकंडा,नर्मदा नगर चौक, गुरुनानक चौक और वसंत विहार सरकंडा तक जाना पड़ रहा है इससे यात्रियों की हालत काफी खराब हो गई है। उन्हें इन सथानों तक आने-जाने के लिए अतिरिक्त पैसे भी खर्च करने पड़ रहे हैं। वहीं यातायात विभाग द्वारा बनाए गए अस्थाई बस स्टैंडों में यात्रियों के रुकने, ठहरने,बैठने और पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे महिलाओं को जबरदस्त परेशानी और भयंकर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। बिलासपुर से प्रतिदिन 600 बसों का आना-जाना हुआ करता है। जिसमें अंबिकापुर कोरबा कटघोरा किस दिशा में 24 घंटे में सर्वाधिक 170 बसें आना-जाना किया करती हैं।इसी तरह बाकी बसों से भी प्रतिदिन बिलासपुर से चढ़ने और उतरने वाले यात्रियों की संख्या लगभग 15000 बताई जा रही है। इन यात्रियों के लिए अस्थाई बस स्टैंडों में किसी तरह की भी व्यवस्था नहीं की गई है। वहीं यातायात विभाग की मनमानी से यात्री तथा बस संचालक काफी त्रस्त हो गए हैं ।उन्होंने इस बाबत प्रशासन से भी शिकायत भी कर रखी है। यह ठीक है कि नए ओवरब्रिज के कारण बसों को नए हाईटेक बस स्टैंड तक आने-जाने पर पाबंदी लगाना जरूरी हो गया है। लेकिन प्रशासन को अस्थाई रूप से बनाए गए बस स्टैंडों में यात्रियों के लिए अस्थाई तौर पर ही सही पेशाब-पानी की व्यवस्था तो करनी ही‌ चाहिए।उम्मीद की जाती है कि यातायात विभाग एवं जिला प्रशासन संवेदनशीलता का परिचय देते हुए व्यावहारिक रूप से ऐसे कदम उठाएंगे। जिससे नई व्यवस्था के कारन बस संचालकों और यात्रियों को नई व्यवस्था के कारण हो रही परेशानियों से निजात मिल सकेगी।

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