कोरबा/दीपका, 29/2025
दीपका खदान विस्तार : सर्वे पर भड़के ग्रामीण ने कहा : सड़क पर उतरकर देंगे जवाब… हक चाहिए, दबाव नहीं…
दीपका कोयला खदान विस्तार के नाम पर बार-बार होने वाली नापी और सर्वे की कोशिशों ने हरदीबाजार के ग्रामीणों के सब्र का बांध तोड़ दिया है। गुरुवार को पंचायत भवन में बुलाई गई बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकजुट हुए और प्रशासन को साफ संदेश दिया – “अब और दबाव नहीं, हमें हमारे हक का जवाब चाहिए।”
ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2004 से 2010 के बीच ही हरदीबाजार का अधिग्रहण किया जा चुका है। इसके बावजूद एसईसीएल प्रबंधन न तो अब तक नौकरी के लिए कटआउट लिस्ट जारी कर पाया और न ही 17 सूत्रीय मांगों पर कोई ठोस निर्णय लिया। ऐसे में बिना जवाब दिए जबरन मकान नापी और सर्वे की कोशिश ग्रामीणों को अस्वीकार्य है।

हरदी बाजार में हो बैठक
बैठक में यह मांग जोरशोर से उठी कि एसईसीएल और जिला प्रशासन की अगली बैठक हरदीबाजार में ही होनी चाहिए। सरपंच और पंचायत प्रतिनिधि पहले ही इसके लिए सहमत हैं, बावजूद इसके अधिकारियों द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
जबरदस्ती सर्वे तो होगा उग्र आंदोलन
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी अनदेखी जारी रही और जबरदस्ती सर्वे कराया गया तो वे उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। उनका साफ कहना है – “एसईसीएल प्रबंधन हमें बार-बार छल नहीं सकता। हमारी त्रिपक्षीय वार्ता यहीं होगी, नहीं तो सड़क ही हमारा जवाब बनेगी।”
बैठक में सरपंच लोकेश्वर कंवर के साथ नरेश टंडन, बाबूराम राठौर, अरुण राठौर, रामू जायसवाल, मनीराम यादव, राजेश जायसवाल, नरेंद्र राठौर, अनिल टंडन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
ग्रामीणों का अंतिम संदेश बेहद स्पष्ट था –
“हमें वादा नहीं, उसका पालन चाहिए। हक चाहिए, दबाव नहीं।”
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