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एक्साइज कमिश्नर और कलेक्टर की सख्ती के बाद जिला आबकारी की कार्रवाई… 155 लीटर कच्ची शराब जप्त… इधर ढाबों बेखौफ पिलाई जा रही शराब…

बिलासपुर, मई, 22/2025

एक्साइज कमिश्नर और कलेक्टर की सख्ती के बाद जिला आबकारी की कार्रवाई… 155 लीटर कच्ची शराब जप्त… इधर ढाबों बेखौफ पिलाई जा रही शराब…

आबकारी आयुक्त और कलेक्टर के निर्देश के बाद जागे आबकारी विभाग ने कच्ची शराब बना कर बेचने वाले डीलर को पकड़ा है सवाल उठता है आखिर बड़े अधिकारियों के निर्देश के बाद ही विभाग मुस्तैदी क्यों दिखाता है उसके पहले कार्रवाई क्यों नहीं की जाती तखतपुर के जिस क्षेत्र में कार्रवाई कर आबकारी विभाग ने 155 लीटर कच्ची शराब और महुआ जप्त कर अपनी पीठ थपथपा रही है वो कोई आज अवैध शराब नहीं बेच रहा था लंबे वक्त से उस क्षेत्र में शराब बना कर बेची जा रही है जिसकी शिकायत भी आती रही है आस पास के ग्रामीणों का कहना है कि यहां काफी वक्त से अवैध शराब का कारोबार संचालित है। जिस पर आज कार्रवाई की गई। वहीं दूसरी तरफ जिले के होटल, ढाबों में देर रात तक बेखौफ होकर शराब पिलाई जा रही है। जिस पर आबकारी विभाग की नजर नहीं पड़ती।

जानकारी हो कि आबकारी विभाग बिलासपुर ने…

आबकारी आयुक्त श्यामलाल धावड़े और कलेक्टर संजय अग्रवाल के विशेष निर्देश पर कच्ची शराब निर्माण कर बेचने वाले डीलर पर सहायक जिला आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर द्वारा कार्यवाही की गई है और 155 लीटर महुआ शराब (50प्लास्टिक पाउच 2लीटर क्षमता की,10प्लास्टिक पाउच 1लीटर क्षमता की 3डिब्बा 15लीटर क्षमता की ) एवं 570 किलोग्राम महुआ लहान कच्ची शराब जप्त की है। भावेश कुर्रे पिता रमेश कुर्रे निवासी ढनढन थाना तखतपुर को गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम की धारा34(2) 59(क) प्रकरण दर्ज जेल भेजा गया है।

ढाबों में देर रात तक पिलाई जा रही शराब…

जिले में आबकारी विभाग केवल कच्ची शराब पकड़ने में लगा हुआ है। जबकि जिले के ढाबों में खुलेआम शराब पिलाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है कुछ ढाबों में तो चोरी छिपे शराब भी बेची जाती है लेकिन आबकारी विभाग को इन सब को देखना नहीं चाहता या सब जान कर भी अंजान बना हुआ है, बड़े अधिकारियों के सख्त निर्देश के बावजूद होटलों और ढाबों में कोई कार्रवाई नहीं होती रतनपुर रोड, कोटा, तखतपुर और रायपुर रोड के तमाम ढाबे खुलेआम शराब पिलाते है। लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। शराबखोरी के बाद कई बार ढाबों में विवाद हुआ है मारपीट जैसी घटनाएं भी हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद ढाबों में शराबखोरी पर रोक लगाने में आबकारी नाकाम नजर आ रहा है।

 

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor
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