• Sun. Jun 15th, 2025

News look.in

नज़र हर खबर पर

महादेव एप : ईडी ने जिस ड्राइवर से जप्त किए करोड़ों… उसका भाजपा नेताओ, बिल्डर (कार मालिक ) का क्या है कनेक्शन ?…

महादेव एप : ईडी ने जिस ड्राइवर से जप्त किए करोड़ों… उसका भाजपा नेताओ, बिल्डर (कार मालिक ) का क्या है कनेक्शन ?…

बिलासपुर, नवंबर, 05/2023

महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पुलिस आरक्षक भीम सिंह यादव और ड्राइवर असीम दास को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपए मिले थे। जिसे ईडी ने जप्त किया था। ईडी को ऑनलाइन सट्टा मामले से जुड़े कुछ लोगों की सूचना मिली थी इसके आधार पर ईडी की टीम ने बृहस्पतिवार को भिलाई के जामुल थाना क्षेत्र अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी औद्योगिक क्षेत्र के ब्लॉक 15, क्वार्टर नंबर-17 में ड्राइवर असीम दास के घर छापा मारा था।

ईडी ने एक काले कलर की इनोवा कार से कैश जप्त किया था जो होटल के बेसमेंट में खड़ी थी। लेकिन अभी तक इस गाड़ी की डिटेल ईडी ने नही दी है। सूत्रों से जानकारी मिली है यह गाड़ी एक बड़े बिल्डर की है जो बीजेपी नेता का रिश्तेदार बताया जा रहा है। हालांकि गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कोरबा जिले का है अब सवाल उठ रहे है की आखिर बीजेपी नेता के रिश्तेदार बिल्डर की कार से जप्त कैश किसके लिए लाया गया था और इस रकम को कहां और किसे बांटा जाना था। लेकिन इस पूरे मामले में ईडी ने कार ड्राइवर असीम को आरोपी बना लिया पर कार मालिक से मामले में अभी तक कोई पूछताछ नहीं हुई है। सवाल यही भी है की बिना मालिक के जानकारी के इतनी बड़ी रकम ड्राइवर कैसे ला सकता है आखिर कार मालिक की इस मामले में क्या भूमिका है, कार का असली मालिक कौन है ?

ईडी को असीम दास के घर के अंदर दीवान, आलमारी व वॉशरूम के कमोड से करीब 5.39 करोड़ रुपए कैश मिले थे। इससे पहले ईडी ने असीम को रायपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया था और आरोपी से मिले इनपुट के बाद ईडी ने असीम के घर से यह रकम बरामद की थी।

हालांकि इस पूरे मामले में दूसरी जानकारी यह भी मिली रही है की बिल्डर की तरफ से इस कार को 4 महीने पहले जून 2023 को रायपुर के एक शख्स को बेच दिया गया था अब इस कार को जिसने खरीदा है वो इस्तेमाल कर रहा है लेकिन 4 महीने पहले खरीदी गई कार का अभी तक रजिस्ट्रेशन बदला नही गया है।

आरटीओ से जानकारी मिली है की अभी तक इस कार का नामांतरण नही हुआ है। यह पुराने मालिक के नाम पर ही आरटीओ में रजिस्टर्ड है। अब सवाल उठ रहा की इस कार का असली मालिक कौन है ? जिसने कार बेच दी या जिसने कार खरीदी और जिसने कार खरीदी उसने अब तक आरटीओ में रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं बदलवाया।

इस मामले में रायपुर से ईडी के आरोपो के बाद कांग्रेस प्रवक्ता ने एक फोटो जारी कर ये आरोप लगाया हैं की असीम दास भाजपा कार्यकर्ता है और पूर्व सीएम रमन सिंह और पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे के खास के साथ की एक फोटो भी जारी की गई है। जिसमे असीम दास पूर्व सीएम रमन सिंह के साथ दिख रहे है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है की छत्तीसगढ में सीएम को बदनाम करने की कोशिश भाजपा ने की है लेकिन इस खुलासे के बाद भाजपा नेताओ ने चुप्पी साध ली है।

Author Profile

Lokesh war waghmare - Founder/ Editor
Latest entries

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed