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आखिर खनिज चोरों पर कब लगेगा लगाम ?… जिम्मेदार क्यों बने है मौन… मुरूम का दिनरात हो रहा अवैध उत्खनन…

बिलासपुर, फरवरी, 12/2025

आखिर खनिज चोरों पर कब लगेगा लगाम ?… जिम्मेदार क्यों बने है मौन… मुरूम का दिनरात हो रहा अवैध उत्खनन…

जिले अवैध उत्खनन जोरो पर है, रेत मिट्टी मुरूम का अवैध उत्खनन जिले के लगभग हर क्षेत्र में हो रहा है। बिना रॉयल्टी पर्ची के बेधड़क खनिज चोर खनिज की चोरी कर खुलेआम बेच रहे है। अभी कुछ वक्त पहले ही चकरभाठा एअरपोर्ट के पास ही सेना की जमीन से मुरूम और मिट्टी को निकाल कर आस पास की कॉलोनी में बेच दिया गया था । यह अवैध उत्खनन का काम सिंडीकेट बना कर किया जा रहा है। इस पर पूरी तरह से रोक लगा पाने में खनिज विभाग नाकाम साबित हो रहा है जबकि जिले टास्क फोर्स भी बनी हुई है।

आपको बता दे कि छतीसगढ़ उच्च न्यायलय द्वारा मिट्टी मुरुम चोरो के खिलाफ स्वत संज्ञान लेने के बाद भी जिले मे अवैध खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है सिडिकेट बनाकर सेना की जमीन से अवैध रूप से करोडो रु की मिट्टी मुरुम बेचने वाले खनन माफियाओं ने अब अपना ठिकाना बदलते हुए तखतपुर के गनियारी क्षेत्र मे उप तहसील गनियारी कार्यालय के मेन रोड से महज एक किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत गनियारी व ग्राम पंचायत नेवरा में खुलेआम दिन दहाड़े अवैध मुरुम उत्खनन कर रहे है। ग्रामीणों का कहना है की राजस्व, खनिज और कोटा थाना मे सूचना देने के बाद भी मुरुम माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने मे अधिकारियों के हाथ काँप रहे है। बिना रायल्टी पर्ची के मुरुम का अवैध तरीके से हाइवा से परिवहन किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो इन माफियाओं को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ है..?

नायब तहसीलदार कार्यालय कुछ दूरी ओर हो रहा उत्खनन...

गनियारी में बिना रॉयल्टी पर्ची और अनुमति के खुलेआम मुरूम की चोरी की जा रही है। लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हो रही है नायब तहसीलदार के ऑफिस से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर बिना रायल्टी पर्ची के बिना अनुमति के दिन रात अवैध रूप से रोज लाखों रु की मुरुम चोरी की जा रही है। जिसकी जानकारी गनियारी तहसीलदार सहित कोटा थाने के अफसरों को होने के बाद भी मुरुम माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही नही होने से सवाल खड़े हो रहे है वही खनिज विभाग बल की कमी का हवाला देकर अपने आप को अक्षम और मजबूर बता कर अवैध उत्खनन को संरक्षण देता नजर आ रहा है। बिल्हा विधानसभा से ठिकाना बदलकर तखतपुर विधानसभा मे अवैध उत्खनन करने वाले माफियाओं को नेताओ के संरक्षण और करीबी के आरोप भी क्षेत्र मे चर्चा का विषय बने हुए है।