लोकेश वाघमारे
छत्तीसगढ़ // कोरोना वायरस महामारी की वजह से 22 मार्च से पूरा देश लॉक डाउन है इस बंद के कारण ट्रैन, बस ,फ्लाइट सभी तरह के ट्रांसपोर्ट को बंद कर दिया गया है इस बंद से लाखों लोग अपने घरों से दूर अलग- अलग राज्यों में फंस हुए है । देश भर में जारी लॉकडाउन के बीच सबसे अधिक दिक्कत उन लोगों के सामने आ गयी है जो रोजी-रोटी के लिए अपना घर छोड़ अन्य राज्यों में जाते है ऐसे मजदूरों के अलावा वे छात्र छात्राएं है जो अच्छे भविष्य बनाने की चाह में उच्च शिक्षा पाने अन्य प्रांतों में जा कर पढ़ाई कर रहे है लॉक डाउन की वजह से इन छात्रों की हालत भी बहुत खराब होती जा रही है, छत्तीसगढ़ के करीब 2 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं राजस्थान के कोटा में फंसे हुए हैं। जो अपने घर लौटना चाहते है ।
बतादें की लगभग 30 लाख की आबादी वाला कोटा शहर इंजीनियरिंग और मेडिकल में दाखिला लेने के लिए तैयारी कराने वाले संस्थानों का गढ़ माना जाता है जहां बड़ी संख्या में छात्र हर साल पहुंचते हैं, कोटा में छत्तीसगढ़ के अलावा यूपी और बिहार के भी बड़ी संख्या में छात्र फंसे हुए है। बतादें की लॉकडाउन में शिक्षण संस्थान भी बंद हैं और ऐसे में छात्रों का क्लास जाना संभव नहीं है. कई राज्यों ने ऐसे में छात्रों को बिना परीक्षा ही अगली क्लास में भेजने का निर्णय किया है जबकि कई स्कूल और कॉलेज ऑनलाइन क्लास भी करवा रहे हैं ।
कोटा में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्रों को वापस लाने सरकार करेगी पहल ? …
कोटा राजस्थान में छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों के करीब 2 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं वहां कोचिंग करते है जो इस वक़्त लॉकडाउन में फंसे हुए है ऐसे में वो परेशान हो रहे है और अब अपने घरों को लौटना चाहते है लेकिन लॉक डाउन के कारण सभी ट्रांसपोटेशन बंद होने से वो कही निकल नही सकते ।ऐसे में क्या छत्तीसगढ़ की सरकार कोटा में फंसे अपने प्रदेश के इन छात्रों को वापसी के लिए कोई पहल करेगी ? अब छात्र और उनके अभिभावक सीएम भूपेश बघेल से उम्मीद कर रहे है ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आग्रह …..
सद्भावना सर्ववैश्य समाज छत्तीसगढ़ के संस्थापक संयोजक राजीव अग्रवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आग्रह किया है कि कोटा राजस्थान में कोचिंग के लिए गए छात्र-छात्राओं को हैं उन्हें तत्काल उत्तरप्रदेश की सरकार की तर्ज पर छत्तीसगढ़ वापस लाने समुचित पहल व व्यवस्था की जाए। कोटा हास्टल में रहने वाले अनेक बच्चे अब परेशान हो रहे हैं व उत्तरप्रदेश एवम् अन्य राज्यो के बच्चो के वापस चले जाने तथा हास्टल संचालकों के प्रयास के बावजूद राजस्थान विशेषकर कोटा में बढ़ते वायरस मामलों से चिंतित हो रहे है।कोचिंग व टेस्ट आदि नहीं होने से कोटा में अनिशचितता व अव्यवस्था का भी सामना करना पड़ रहा है। छतीसगढ़ के बच्चो का विभिन्न कोचिंग संस्थाओं के सहयोग से डाटा एकत्र कर उनके जिला मुख्यालय तक वापसी की व्यवस्था की जा सकती है।
यूपी सरकार ने कोटा में फंसे अपने छात्रों को वापस लाने का किया फैसला ….. तो बिहार की नीतीश सरकार ने केंद्र से मांगी मदद ….
मीडिया में खबर आने के बाद छात्रों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आयी है. सरकार ने छात्रों को वापस अपने राज्य लाने की योजना बनाई है यूपी सरकार ने फैसला किया है कि आगरा से 200 बसें कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए जाएंगी । बसों में खाने का सामान, पानी की बोतलें, मास्क और सैनिटाइजर भी भेजा जा रहा हैं, प्रत्येक बस में 25 बच्चे आ सकेंगे, कुछ बसें झांसी से भी भेजी जाएंगी । वही बिहार के नीतीश सरकार ने भी अपने राज्य के बच्चो को वापस लाने केंद्र सरकार से मदद मांगी है ।
छात्रों ने सीएम भूपेश को ट्वीट कर मांगी मदद ….
लॉक डाउन में राजस्थान के कोटा में फंसे छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों के छात्रों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ट्वीट किया है साथ ही सोशल मीडिया में भी अपनी परेशानीयां जाहिर की है छात्रों ने सीएम से आग्रह किया है कि वो उन्हें वहां से निकाल अपने अपने घरों तक पंहुचाएं ।
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