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कैदियों की पैरोल खत्म… बढ़ते कोरोना संक्रमण से परिजन चिंता में… पत्र लिख राज्यपाल से लगाई गुहार… अन्य राज्यों की तरह यहां भी बढ़ाई जाए पैरोल की अवधि…

बिलासपुर // प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बढ़ते मामलों और कैदियों की पैरोल खत्म होने के बाद से उनके परिजनों ने प्रदेश के राज्यपाल से गुहार लगाई है, की अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी 2 माह के लिए पैरोल की अवधि बढ़ाई जाए। क्योंकि प्रदेश में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में जेल के अंदर उनकी जान को खतरा हों सकता है क्योंकि जेल में क्षमता से अधिक कैदी है ऐसे में कोरोना गाइडलाइन का पालन कैसे हो पायेगा।

रविवार को बड़ी संख्या में जिले के कैदियों के परिजनो ने प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता कर बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जारी है। ऐसे में राज्य के प्रत्येक जिलों में दिन- प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि हो है, प्रदेश के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार मामले सामने आ रहे है। जो जेलों में व्यवस्था की अपर्याप्त का परिलक्षित करते है। कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमणों को ध्यान में रखते हुए पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, उड़ीसा, तथा केरल, हरियाणा, साथ ही दिल्ली जैसे अन्य राज्यों में पैरोल की अवधि 2 माह के लिए बढा दी गयी है। जिसके बाद छत्तीसगढ़ के कैदियों के परिजनों ने भी राज्य में 2 माह के लिए पैरोल की अवधि बढ़ाने की मांग शासन प्रशासन से की है। परिजनों का कहना है कि सेंट्रल जेल में क्षमता से दो गुना अधिक कैदियों की भरमार है। कोरोना को लेकर बनाई गई गाइडलाइन का पालन जेल के भीतर होने की कोई उम्मीद कैदी और उनके परिजनों को नजर नही आ रही है। जेल के भीतर की हालत बेहद चिंताजनक है। एक कैदी दूसरे कैदी के बीच सोने की जगह बेहद कम है। ऐसे में कैसे सोशल डिस्टेसिंग का पालन हो पायेगा।

आपको बतादे की जेलों से पैरोल पर छुटे करीब 500 कैदियों की पैरोल अवधि खत्म हो गयी है जिसके बाद अब उन सभी को वापस जेल जाना है, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले और उपजेल में एक ही दिन 90 से अधिक संक्रमितों के मिलने से कैदी व उनके परिजन सकते में है। उन सभी को अपनो की जान का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में परिजनो ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को पत्र लिख कर उनसे पैरोल की अवधि बढ़ाने की मांग की है।

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