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आप नेताओं ने प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप… प्रदेश के किसानों, आदिवासियों व युवाओं का अपमान कर रही है भूपेश सरकार : कोमल हुपेंडी… अपनो के लिए सरकार का खजाना खाली बताना दुर्भाग्यजनक- प्रियंका शुक्ला…

प्रदेश के किसानों,आदिवासियों व युवाओं का अपमान कर रही है भूपेश सरकार : कोमल हुपेंडी

अपनो के लिए सरकार का खजाना खाली बताना दुर्भाग्यजनक- प्रियंका शुक्ला…

अक्टूबर, 10/ 2021, बिलासपुर

आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने शनिवार को भुपेश सरकार पर छत्तीसगढ़ वासियों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 2018 व 2019 में छत्तीसगढ़ के किसानों के आत्महत्या के आंकड़े हम देखे तो लगभग 500 किसानों ने आत्महत्या कर ली, वही सिलेगर मुड़भेड़ की बात करे तो निर्दोष आदिवासियों पर गोली चलाई गई थी व निर्दोष आदिवासी मारे गए थे, जिसमे आज तक आदिवासी किसान परिवार आंदोलन कर रहे है। उक्त इन सभी घटनाओं पर न तो कोई मुआवजा आज तक किसी को, और न ही किसी प्रकार का न्याय मिला। न ही किसानों को यहां 50 लाख की राशि कभी दी गयी और न ही सारकेगुड़ा, एड्समेटा के उन निर्दोष आदिवासी भाइयो , बहनों को न्याय मिल सका, जिसके सम्बंध में जस्टिस वी के अग्रवाल साहब के नेतृत्व में गठित जांच आयोग की रिपोर्ट तक मे कह दिया गया, कि मारे गए लोग निर्दोष आदिवासी थे न कि नक्सली।

भुपेश बघेल सरकार, आखिर रमन सरकार के कुकर्मो को क्यों बचा रही है ?

छत्तीसगढ़ में किसानों की आत्महत्या पर मुआवजा न मिलने पर सदन में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विपक्षियों द्वारा सवाल किया गया था, तो उन्होंने जवाब में कहा था कि आपने अपने 15 साल में कितनो को मुआवजा दिया, इस तरह के जवाब से ये साबित होता है कि चाहे वो कांग्रेस हो या भाजपा इन्हें न किसानों से और न ही क्षेत्र के आदिवासियों से कोई सरोकार है, उन्हें सिर्फ और सिर्फ सत्ता से मतलब है, और ये बात भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में जाकर वहां की घटना के दौरान मारे गए प्रत्येक मृतक किसानों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर साबित कर दिया,क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव है । यह छत्तीसगढ़ के उन किसानों का अपमान है, जिन्होंने तंग आकर आत्महत्या कर ली, ये उन आदिवासियों का भी अपमान है जो सिलेगर मुड़भेड़ में मारे गए।

आम आदमी पार्टी इस तरह का प्रदेश वासियों का अपमान नही सहेगी, आम आदमी पार्टी ये मांग करती है कि प्रदेश के प्रत्येक मृतक किसानों व आदिवासियों के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये सहायता राशि तत्काल देने की घोषणा करें भूपेश सरकार, अन्यथा हमे इन किसानों व आदिवासियों के साथ सड़क पर आना पड़ेगा इनके हक़ दिलाने के लिए ।

आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला ने कहा कि आम आदमी पार्टी लखीमपुर में किये 50-50 लाख सहायता राशि दिए जाने का विरोध नही करती है परंतु अपना घर भी तो ठीक कर ले छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार यदि भूपेश बघेल व उनके साथ लखीमपुर पहुचे उन तमाम कांग्रेस के नेता जिसमे राहुल गांधी भी मौजूद थे यदि उन सहायता राशि जिसकी भूपेश बघेल व पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने घोषणा की उसे कांग्रेस अपने पार्टी फंड से देती तो ये बेहद खुशी की बात होती और हम इसका सम्मान करते, इसके अलावा सिलगेर में मारे गए आदिवासी किसानों को भी लगे हाथ एक करोड़ मुआवजा देने की घोषणा करके, न्याय देने की बात कह दे, लेकिन अपने राज्य में तो किसानों पर गोलियां दगवा रहे है, और दूसरे राज्य में जाकर किसान हितैषी बनने का नाटक और ढोंग रचा रहे है।

पार्टी की प्रवक्ता ने बताया कि नई भर्तियों पर 2019 से रोक लगा रखी है और कारण बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में वित्तीय संकट है व पैसा नही है साथ ही कई बार कर्ज लिया जा चुका है छत्तीसगढ़ को चलाने की खातिर, ऐसे में भूपेश बघेल जी का उत्तर प्रदेश जाना व अपनी पार्टी के प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ के खजाने से प्रत्येक मृतक को 50-50 लाख सहायता राशि देने की घोषणा करना उन बेरोजगारों का भी अपमान है ,जो सरकारी भर्ती कब चालू होगी इसका इन्तजार कर रहे है । छत्तीसगढ़ की जनता सब देख रही है कि भाजपा की रमन सरकार और कांग्रेस की भुपेश बघेल सरकार में कोई अंतर नही है और अब आने वाले समय पर जब ये जनता के बीच जाएंगे तो उनसे ये सवाल जरूर किया जाएगा कि जब राज्य के हाल बेहाल थे, तब उसके लिए इन सरकारों ने क्या किया ?

आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि सिलगेर मामले के न्याय की प्रक्रिया में सरकार निष्पक्ष न्यायिक जांच की घोषणा करे और किसानों को 1 करोड़ रुपये प्रति मृतक परिवार को मुआवजा दे।

साथ ही बेरोजगार युवा को रोजगार दे, और बेफिजूल की राजनीति करना बंद करे और काम की राजनीति करना शुरू करे।

कवर्धा जैसी घटनाओ पर, तुरंत कड़े कदम उठाये सरकार, और कड़ी कार्यवाही करें।

आगे प्रियंका शुक्ला यह भी कहती है कि भाजपा और कांग्रेस के इस तरह के शासनकाल से, आज छत्तीसगढ़ का आदिवासी, युवा, किसान, जल जंगल ज़मीन आदि सब ख़तरे में है।

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

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