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भारत संस्कृति यात्रा का 7वां कार्यक्रम बिलासपुर में सम्पन्न… अर्धनारीश्वर, कृष्ण की बाल लीला, ओडिशी कथक की कलाकारों ने दी प्रस्तुति… 

भारत संस्कृति यात्रा का 7वां कार्यक्रम बिलासपुर में सम्पन्न… अर्धनारीश्वर, कृष्ण की बाल लीला, ओडिशी कथक की कलाकारों ने दी प्रस्तुति…

बिलासपुर, मई, 15/2023

लखीराम ऑडिटोरियम सभागृह में भारत संस्कृति यात्रा का 7वां कार्यक्रम शनिवार 13 मई को आयोजित हुआ। हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसायटी और नृत्य धारा डांस एकेडमी की निर्देशिका आंचल पांडे विशेष सहयोगी रहे। यह कार्यक्रम भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय के नेशनल प्रेजेंस के अधीन अंतर्गत है ।आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर पूर्व मंत्री अग्रवाल, सुरेश ठाकुर डीआईजी फायर एसडीआरएफ, डॉ विनय पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, नेशनल यूथ अवॉर्डी श्रीमती अंकिता शुक्ला, हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी के केंद्रीय अध्यक्ष पंडित प्रोसेनजीत पोद्दार, डॉक्टर गुरु गजेंद्र पंडा, नित्य धारा डांस एकेडमी की निर्देशिका सुश्री आंचल पांडे, के द्वारा किया गया।

हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसायटी के केंद्रीय अध्यक्ष पंडित प्रसनजीत पोद्दार ने बताया कि हमारा उद्देश्य सांस्कृतिक नृत्य एवं संगीत को देश एवं विदेश के कोने-कोने तक पहुंचाने का है एवं यंग आर्टिस्ट को अपने छिपे हुए कला का प्रदर्शन करने का एक मंच प्रदान करता है। अतिथियों ने भी आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी। पहली प्रस्तुति डॉ गुरु गजेंद्र कुमार पंडा एवं आंचल पांडे के द्वारा अर्धनारेश्वर पर दी। जिसमें बताया गया कि भगवान शिव जी के अष्ट अवतार का या शेष अवतार अर्धनारेश्वर है। जिसमें भगवान अपने शरीर का दाहिने अंग शिव और बाएं अंग पार्वती है यह अर्धनारेश्वर का स्वरूप है जो भगवान शिव के रूप में तांडव का भाव प्रकट करते हैं और पार्वती के रूप मे लास्य से, तो यह तांडव और लास्य का प्रतीक है अर्धनारेश्वर।

अगली कड़ी में अंतरराष्ट्रीय उड़ीसी एवं कत्थक नृत्यांगना आंचल पांडे के द्वारा ओड़िया भजन मानव उद्धरण में एकल प्रस्तुति दी।जिसमें बताया गया की हे भगवान हे जगत के नाथ आप रत्न सिंहासन और कल्पवृक्ष के नीचे विराजमान है एवं समुद्र के किनारे पुरी धाम में आप मार्कंडेय ऋषि को प्रलय से बाएं हाथ से निकाल कर उनका उदाहरण किए हैं एवं हाथी को मगरमच्छ से बचाकर उनका रक्षा किए हैं और द्रोपदी को चीर हरण के समय उन्हें वस्त्र प्रदान कर उनकी लज्जा बचाए हैं हे नाथ मुझे भी इस भव संसार से उद्धार कीजिए। कथक की प्रस्तुति श्रीमती श्रीपर्णा चक्रवर्ती ने दी।

सारंगी व बांसुरी में जुगलबंदी…

उस्ताद कमल सबरी एवं श्री इंद्रजीत बासु का सारंगी एवं बांसुरी का जुगलबंदी हुआ जिसमें प्रोफेसर कुणाल दास गुप्ता उनके साथ तबला में संगत दिए, सुश्री श्रद्धा मंडल भजन गायिका द्वारा लाइट क्लासिकल वोकल का प्रदर्शन हुआ। अंतिम में नृत्यधारा डांस एकेडमी बिलासपुर के बच्चे सुश्री अंकिता शर्मा, आकांक्षा शर्मा, आराध्या तिवारी द्वारा ओडीसी अभिनय जो कृष्ण जी के लीलाओं को नृत्य के माध्यम से दिखाया गया। सभी कलाकारों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया।

मुख्य उद्देश्य युवाओं को मंच मिले…

हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी का मूल उद्देश्य हमेशा संगीत कला की प्रतिष्ठा को पुनर्जीवित करना रहा है। जिसमे मुखर संगीत वाद्य संगीत और नित्य शामिल है और इस कला को बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचाने के अलावा भारत में और विदेशों में भी इस कला में व्यवस्थित प्रशिक्षण आयोजित करना है। कार्यक्रम के समापन में हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसाइटी के केंद्रीय सचिव पंडित प्रोसेनजीत पोद्दार एवं नृत्य डांस एकेडमी बिलासपुर की निर्देशिका आंचल पांडे ने आभार प्रदर्शन किया एवं सभी अतिथि, पत्रकार संघ,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, एवं सभी श्रोताओं को कार्यक्रम सफल बनाने धन्यवाद दिया।

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