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आबकारी विभाग मौन… सत्ताधारी नेता चला रहे जिले की शराब दुकानों में अवैध चखना सेंटर… मुनाफे के हिस्से का बंटवारा कहां तक..?

बिलासपुर // जिले में शराब की देसी-अंग्रेजी की 76 दुकाने शासन संचालित कर रही है। जिसमे अधिकांश दुकानों में विभाग की मिली भगत से कुछ सत्ताधारी नेता अवैध रूप से चखना दुकान चला रहे है। जबकि नियमता चखना दुकान शराब दुकान के प्रमाइस में संचालित नही की जा सकती लेकिन आपसी सांठगांठ से सब कुछ खुलेआम चल रहा है जिसकी शिकायत भी कई बार आबकारी विभाग में कई गयी है लेकिन आबकारी विभाग आंखे मूंदे बैठा है।

छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है। विपक्ष हो या आमजन शराबबंदी को लेकर कई बार मोर्चा खोला गया है। शराब की कीमतों में भी छत्तीसगढ़ के भीतर बेतहाशा वृद्धि भी की गई कोरोना टैक्स भी लगाया गया। अब शराब के साथ मुनाफे का एक और धंधा नजर आया वो है चखना दुकान जो पिछले कई महीनों से सत्ताधारी दल के कुछ छूटभैये नेता संचालित कर रहे है। जिसका अच्छा खासा किराया भी दिया जाता है कुछ हिस्सा आबकारी विभाग को भी मिलता है।

प्रदेश में कोरोना काल और लॉक डाउन के समय कुछ वक्त के लिए ये चखना सेंटर बंद जरूर रहा पर अब फिर इस काले मुनाफे के खेल में आबकारी विभाग समेत शहर के कुछ माफिया नुमा लोग इसमें कूद पड़े हैं। जिले के शराब दुकानों के आसपास अवैध चखना दुकान एक बार फिर से फलने फूलने लगे हैं। इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत से ही चखना सेंटर आबंटन को लेकर शासन ने योजना बनाई गई थी जिसमे शराब दुकान की तरह चखने सेंटर को शासन स्तर पर आवंटन किया जाए। लेकिन कोरोना की वजह से ऐसा हुआ नहीं। भले ही ये योजना खटाई में पड़ गयी पर चखने सेंटर का धंधा बिना आवंटन के ही आपसी सहमति से कुछ सत्तादल के नेता और आबकारी विभाग ने मिलकर आपस मे दुकानों का बंटवारा कर लिया और अब इसे किराए पर चढ़ा दिया गया जिससे रोजाना 3 से 5 हजार तक का किराया लिया जाता है।

खुद को पाक साफ बताने वाला आबकारी विभाग और इनके अधिकारियों को अवैध चखने सेंटर की जानकारी ना हो भला ये कैसे मुमकिन है। बल्कि चखना सेंटर वालों का साफ साफ बताते है कि रोजाना के हिसाब से आबकारी विभाग को मोटी रकम जिले के हर चखना सेंटर से पहुंचती है। मंगला, सरकंडा क्षेत्र से लेकर बस स्टैंड, लिंक रोड समेत कोनी इलाके में चखना सेंटर व्यवस्थित दुकान बनाकर अपना धंधा चला रहे हैं और खुलेआम वहां बैठाकर शराब पिलाने की व्यवस्था कर रखे हैं।

इस मामले में आबकारी उपायुक्त का कहना है कि अगर शराब दुकान के बाहर कोई अपनी निजी दुकान या जमीन पर स्नैक्स बेच रहा है तो हम उस पर कार्यवाही नही कर सकते पर शराब दुकान के अहाते में कोई चखना सेंटर चला रहा है तो ये गलत और अवैध है उस पर कार्यवाही की जाएगी।

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Lokesh war waghmare - Founder/ Editor

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